राजा पोरस का इतिहास(History of king Porus)पोरस और सिकंदर का युद्ध।

राजा पोरस का इतिहास(History of king Porus)पोरस और सिकंदर का युद्ध।


पोरस का जीवन परिचय

भारत देश में एक से बढ़कर एक योद्धा हुए उन्मे से एक थे, राजा पुरु या पोरस। राजा पोरस के बारे में ज्यादा जानकारी मौजूद नहीं है ,लेकिन राजा पोरस को लोग एक महान योद्धा के रूप में याद करते है। जिसने सिकंदर की विशाल सेना से डट कर मुकाबला किया था। पोरस का राज्य पंजाब के झेलम से लेकर चेनाब नदी तक फैला हुआ था। पोरस का साम्राज्य बहुत बड़ा था। पोरस की सेना में तीन हजार से भी अधिक सैनिक और चार हजार से अधिक घुड़सवार सैनिक था। इन सब के अलावा पोरस की सेना में एक सौ तीस हाथी की फ़ौज भी था।

राजा पोरस और सिकंदर का युद्ध(Battle of Hydaspes)

battle of Hydaspes


सिकंदर ने भारत आने के साथ ही यहाँ के छोटे बड़े राजा को अपने साथ मिलाना शुरु कर दिया था। और जो उसकी बात मानने से इंकार कर दिये उसे युद्ध में हरा कर अपने साथ कर लिया।इसके बाद सिकंदर ने तक्षशिला नरेश आम्भी को अपने साथ मिला कर पोरस की राज्य सीमा की ओर बढ़ जाता है।

इतिहासकार मानते है की सिकंदर को पोरस को हराने के लिए उसे झेलम और चेनाब नदी को पार करना था। जो की बहुत मुस्किल था। राजा पोरस अपने क्षेत्र की प्राकृतिक स्थिति और झेलम नदी की प्रकृति से अच्छी तरह वाकिफ थे। यही पोरस की सबसे बड़ी भूल थी।

एक तरफ सिकंदर तक्षशिला नरेश आम्भी की गुप्त सहायता से झेलम को पार करने में सफल हो जाता है।सिकंदर ने पोरस के पास एक संदेश भिजवाया जिसमें उसने पोरस से अपने समक्ष समर्पण करने की बात लिखी थी, लेकिन पोरस ने सिकंदर की अधीनता स्वीकार करने से सीधे तौर पर माना कर दिये। इसके बाद दोनों की सेना के बिच बहुत ही भयानक युद्ध हुआ, इस युद्ध के बारे में इतिहासकारो की राय अलग अलग है। ग्रीस के इतिहास में कहा गया है कि सिकंदर की इस युद्ध में जीत हुई थी। वहीं भारत के इतिहासकारों की इससे विपरीत राय है,उनका माना था कि इस युद्ध में पोरस के सामने सिकंदर ने हार मान ली थी और समझौता कर लिया था। वहीं ये युद्ध ‘हाइडस्पेश की लड़ाई’ के नाम से जाना जाता है। ग्रीस में झेलम को इस नाम से पुकारा जाता है,ये युद्ध झेलम नदी के किनारे पर लड़ा गया था।

पोरस और सिकंदर के बीच की दोस्ती

हाइडस्पेश की लड़ाई’ में पोरस की बहादुरी देख कर सिकंदर हैरान हो गया था। पोरस को जब सिकंदर के सामने लाया गया था ,तो सिकंदर ने पुछा तुम्हरा क्या किया जाये? तो राजा पोरस ने कहा की जो एक राजा दूसरे राजा के साथ करते है। इसके बाद सिकंदर ने उनके सामने दोस्ती का हाथ बढाया था। और जीते हुए कई राज्य उसने पोरस को उपहार में दे दिया था।

पोरस की हत्या

पोरस की मौत को लेकर कई कहानियाँ है ,कहा जाता है की पोरस की हत्या सिकंदर के एक सैनिक ने की थी। इस हत्याकांड मे आम्भी का भी नाम सामने आता हैं।

पोरस पे बनी फिल्म और धारावाहिक

1941 में बनी एक फिल्म सिकंदर जिसमे पोरस और सिकंदर के युद्ध को भी दिखाया गया था।

साल 2004 में आई फ़िल्म अलेक्जेंडर और साल 2011 में चंद्रगुप्त मोर्या में भी पोरस का उल्लेख है ।

वही सोनी चैनल पर “पोरस ’ नाम का एक धारावाहिक भी प्रसारित हो रहा है।

Post a Comment

Previous Post Next Post