Cloud Computing क्या है? क्लाउड कंप्यूटिंग के प्रकार - Cloud Computing meaning in Hindi.

Cloud Computing क्या है? क्लाउड कंप्यूटिंग के प्रकार - Cloud Computing meaning in Hindi.

क्लाउड कंप्यूटिंग के बारे में आपको शायद ज्यादा जानकारी नही होगा, परन्तु इसका नाम तो आप सभी ने एक बार जरुर सुना होगा। यदि आप इन्टरनेट का उपयोग करते है तो कभी न कभी तो इसका इस्तेमाल किया ही होगा। परन्तु क्या आपको पता है Cloud Computing क्या है? 

दोस्तों पिछले कुछ वर्षो में टेक्नोलॉजी का बहुत विकास हुआ है इसी में एक और टेक्नोलॉजी ने दुसरे टेक्नोलॉजी के तुलना में कुछ ज्यादा ही विकास किया जिसका नाम कंप्यूटर टेक्नोलॉजी है

बात अगर क्लाउड कंप्यूटिंग का करे तो यह एक इन्टरनेट से जुड़ी प्रक्रिया है। जो हमारे डाटा को सुरक्षित तरीके से स्टोर करने का काम करता है। इसके लिए किसी हार्ड ड्राइव का आवश्यकता नही होता है। इसके जरिए डाटा को एक्सेस करने का भी काम किया जाता है। आज के समय में फेसबुक, गूगल, अमेज़न जैसी कंपनी क्लाउड कंप्यूटिंग की सुविधा उपलब्ध करा रही है। आइये हम लोग विस्तार से जानते है Cloud Computing क्या है? क्लाउड कंप्यूटिंग के कितने प्रकार है

क्लाउड कंप्यूटिंग क्या है.

क्लाउड कंप्यूटिंग इन्टरनेट से जुड़ी ऐसी प्रक्रिया है जिसकी सहायता से कंप्यूटर से जुड़ी विभिन्न कार्यो को अंजाम दे सकते है। जैसे- बिना किसी हार्ड डिस्क के आप अपने डाटा को यहा पे सुरक्षित स्टोर कर सकते है। और उसे अपने उपयोग के अनुसार कही से भी एक्सेस कर सकते है

क्लाउड कंप्यूटिंग में डेटाबेस, नेटवर्क, एप्लीकेशन, सॉफ्टवेयर जैसी फंक्शन भी शामिल होता है जिसे आप अपने उपयोग के अनुसार चुन सकते है। 

हर रोज गूगल पर लाखो-लाख यूजर अपने उपयोग के अनुसार कंटेंट, फोटो आदि सर्च करते है ये सभी क्लाउड पे ही स्टोर होता है। इस सर्विस का एक और अच्छा उदाहरण गूगल डॉक्स है जो यूजर के डाटा को एडिट और फिर बाद में अपलोड करने का सुविधा भी प्रदान करता है

Cloud Computing
Cloud Computing

क्लाउड कंप्यूटिंग के उदाहरण.

ऐसे तो क्लाउड कंप्यूटिंग के बहुत से उदाहरण है पर इनमे से कुछ है जो आप लोगो के लिए लेकर आया हूँ--

फेसबुक:- 

फेसबुक एक ऐसा सोशल मिडिया प्लेटफार्म है जिसे बहुत से लोग उपयोग में लेते है। जहा हर रोज अनगिनत फोटो और विडियो अपलोड किये जाते है, जो क्लाउड कंप्यूटिंग के सहायता से संभव हो पाया है

YouTube:- 

YouTube भी इसी का एक उदाहरण है जहा करोडो यूजर हर रोज नई विडियो अपलोड करते है, और YouTube यूजर के विडियो को स्टोर करता है

ई-मेल:- 

आज हर व्यक्ति जो या तो फ़ोन या फिर कंप्यूटर उपयोग कर रहा है वे ईमेल से वाकिफ है और ईमेल इसी का एक उदाहरण है

गूगल डॉक्स:- 

गूगल डॉक्स इस सर्विस का एक अच्छा उदाहरण है जो यूजर के डाटा को एडिट और फिर बाद में अपलोड करने का सुविधा भी प्रदान करता है

Flickr:- 

इस सर्विस का एक और उदाहरण Flickr है, जो यूजर के फोटो को अपने सर्वर पे उपलोड करता है

क्लाउड कंप्यूटिंग के फायदे.

क्लाउड कंप्यूटिंग के बहुत से फायदे है जिसके बारे में आज हमलोग बात करेंगे

  • क्लाउड कंप्यूटिंग के इस्तेमाल से डाटा को सेव करना आसान हो गया है
  • सेव किये गए डाटा को आप कही से भी एक्सेस कर सकते है
  • इसके इस्तेमाल से कंप्यूटर में कम सॉफ्टवेयर की आवश्यकता होती है
  • इसमें यूजर के डाटा ज्यादा सुरक्षित होते है
  • क्लाउड कंप्यूटिंग के कारन लागत मूल्य में कमी आई
  • डाटा को बैकअप और रिकवर कर सकते है
  • इसमें स्टोरेज को अपने उपयोग के अनुसार बढाया जा सकता है

क्लाउड कंप्यूटिंग के नुकसान.

  • इन्टरनेट में गड़बड़ी होने पे आप इसके सेवा नही ले सकते है
  • इसमें डाटा को एक्सेस करना आसान है
  • महत्वपूर्ण डाटा पे साइबर अटैक का खतरा होता है
  • बैकअप नही होने पे डाटा लॉस्ट होने का डर भी इसमें होता है

क्लाउड कंप्यूटिंग के प्रकार. 

क्लाउड कंप्यूटिंग मुख्यतः चार प्रकार के होते है

  • Private Cloud 
  • Public Cloud 
  • Community Cloud 
  • Hybrid Cloud 

Private Cloud:- 

प्राइवेट क्लाउड का इस्तेमाल किसी खास के लिए किया जाता है। इस प्रकार के क्लाउड की सुरक्षा बहुत ही अधिक होता है

Public Cloud:- 

इस प्रकार का क्लाउड किसी भी व्यक्ति के लिए उपलब्द होता है। अमेज़न सर्विस पब्लिक क्लाउड का ही एक उदाहरण है

Community Cloud:- 

कम्युनिटी क्लाउड किसी खास आर्गेनाईजेशन या फिर किसी खास ग्रुप के लिए होता है

Hybrid Cloud:- 

हाइब्रिड क्लाउड का में दो तरह के क्लाउड का इस्तेमाल किया जाता है जिसमे प्राइवेट और पब्लिक क्लाउड शामिल है 

क्लाउड कंप्यूटिंग के सर्विस.

क्लाउड कंप्यूटिंग तीन प्रकार की सर्विस प्रदान करता है जिसे आप अपने आवश्यकता अनुसार प्रयोग में ले सकते है

  • Software as a Service (SaaS) 
  • Platform as a Service (PaaS)
  • Infrastructure as a Service (IaaS) 

Software as a Service(SaaS):- 

इस सर्विस का उपयोग Small बिज़नस के लिए होता है। इसमें गूगल डॉक्स जैसे एप्लीकेशन शामिल होते है

Platform as a Service(PaaS):- 

इसमें यूजर को कंप्यूटिंग या फिर स्टोरेज फैसिलिटी प्रदान की जाती है। ईमेल इसका एक महत्वपूर्ण उदाहरण है

Infrastructure as a Service(IaaS):- 

IaaS में सारे फैसिलिटी और कंट्रोल यूजर के पास होता है।Firewalls इसका एक महत्वपूर्ण उदाहरण है

क्लाउड कंप्यूटिंग का इतिहास.  

क्लाउड कंप्यूटिंग की राय पहली बार 1960 में आई लेकिन ज्यादा सुविधा न होने के कारन इसे उपयोग में ज्यादा नही लिया गया। इसके कई साल बाद सन 1990 में SaaS के रूप में सफलतापूर्वक implement किया गया। जिसमे ट्रैफिक को भेजने के लिए टेलिकॉम क्लाउड का इस्तेमाल किया गया

सन 1995 तक क्लाउड कंप्यूटिंग के जगह पे टेलिकॉम क्लाउड का इस्तेमाल किया जाता था लेकिन करीब 1999 अंत तक क्लाउड कंप्यूटिंग सबके सामने आने लग गया था। 

इसके बाद सन 2000 में  माइक्रोसॉफ्ट और IBM (आईबीएम) जैसी कंपनी ने इसे विस्तृत रूप देने का काम किया। आज के समय में बहुत से कंपनी अब क्लाउड कंप्यूटिंग की सर्विस उपलब्ध करा रहे है जिन्मे से कुछ प्रमुख अमेज़न, गूगल आदि है। 

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निष्कर्ष 

दोस्तों आज के इस ब्लॉग में हमलोगो ने Cloud Computing क्या है ? इसके फायदे , नुकसान और इसके इतिहास के बारे में जाना मुझे उम्मीद है की आप जरुर कुछ सीखे होंगे। और आपको यह पोस्ट  Cloud Computing क्या है ? अच्छा लगा हो तो कृपया इस पोस्ट को शेयर जरुर करे। यदि इसमें कुछ त्रुटि रह गया हो तो कमेंट करके जरुर बताये


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