शिक्षक दिवस 2021: Teacher's Day Essay and Importance in Hindi.

शिक्षक दिवस 2021: Teacher's Day Essay and Importance in Hindi.

हमारे संस्कृति में गुरु का दर्जा किसी ईश्वर से कम नही है। हमारे देश में लोग गुरु की पूजा भी करते है और अपना आदर और सम्मान व्यक्त करते है। हमारे जीवन की हर एक सफलता में गुरु का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान होता है गुरु हमें जीवन जीने के काला और आगे बढ़ते रहने की शिक्षा भी देते है। जो हमें स्कूल और कॉलेज में पढ़ाते है शिक्षक का दायरा वही तक सिमित नही है जो हमें किसी भी रूप में अच्छी सिखा दे गुरु वो भी है।

ऐसे ही गुरु और शिष्य से जुड़ी एक दिन जिसे पुरे विश्व में मनाया जाता है उसके बारे में बात करने जा रहे है। गुरु और शिष्य से सम्बंधित यह दिन शिक्षक दिवस के रूप में जाना जाता है और यह प्रति वर्ष 5 सितंबर को पूरे भारत वर्ष में मनाया जाता है। शिक्षक दिवस अन्य देश में भी मनाया जाता है जिसके बारे में हमलोग आगे बात करेंगे। आज के इस पोस्ट में हमसब शिक्षक दिवस और इसके महता के बारे बात करेंगे और यह भी जानेंगे की यह दिवस भारत में कैसे मनाया जाने लगा। 

                           गुरू ब्रह्मा गुरू विष्णु, गुरु देवो महेश्वरा

                           गुरु साक्षात परब्रह्म, तस्मै श्री गुरुवे नम: 

                                                अर्थात

            गुरु ही ब्रह्मा है, गुरु ही विष्णु है और गुरु ही भगवान शंकर है। 

           गुरु ही साक्षात परब्रह्म है। ऐसे गुरु को मैं प्रणाम करता हूं।


शिक्षक दिवस कब मनाया जाता है.

हमारे देश में शिक्षक दिवस प्रतिवर्ष 5 सितंबर को मनाया जाता है इस दिन शिष्य अपने गुरु के प्रति आभार व्यक्त करते है और यह दिन पूरी तरह से शिक्षको को समर्पित करते है शिक्षक दिवस स्कूलो और कॉलेजों में बड़े ही धूम धाम से मनाया जाता है। हमारे समाज में गुरु को बहुत ही सम्माननीय स्थान प्राप्त है अतः इस दिन शिष्य अपने गुरु के प्रति विभिन्न तरीको से आदर व्यक्त करते है

भारत के अलावा यह दिवस बहुत सारे देशो में मनाया है परन्तु हर देश में अलग अलग दिन मनाया जाता है वही 5 अक्टूबर को वर्ल्ड शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है क्योकि इस दिन 21 देशो में शिक्षक दिवस मनाया जाता है कुछ देशो में शिक्षक दिवस 16 मई, 16 जनवरी आदि दिनों को मनाया जाता है तो चलिए जानते है अन्य देशो के शिक्षक दिवस के मनाये जाने वाले दिन के बारे में 

देश के नाम                     शिक्षक दिवस का तारीख  

ऑस्ट्रेलिया                     अक्टूबर के अंतिम शुक्रवार

श्रीलंका                          6 अक्टूबर 

बांग्लादेश                       6 अक्टूबर 

टर्की                              24 नवम्बर

थायलैंड                         16 जनवरी

चाइना                           10 सितम्बर

पाकिस्तान                      5 अक्टूबर

ईरान                              2 मई 

जर्मनी                            5 अक्टूबर

ग्रीस                              30 जनवरी 

शिक्षक दिवस क्यों मनाया जाता है.

शिक्षक दिवस भारत के पूर्व उप राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिन के उपलक्ष में मनाया जाता है डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक बहुत ही विद्वान व्यक्ति थे उनका जन्म तमिलनाडु के एक छोटे से गांव तिरुतनी में 5 सितम्बर 1888 को हुआ था सर्वपल्ली राधाकृष्णन का मानना था की बिना शिक्षक के किसी भी व्यक्ति का जीवन अच्छा हो ही नही सकता है उन्होंने अपने जीवन के 40 वर्ष शिक्षा देने में गुजार दिए वे आजाद भारत के प्रथम उप राष्ट्रपति थे और इसके बाद में वे भारत के राष्ट्रपति के पद पर भी अपना सेवा दिए

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का रुझान हमेशा से शिक्षा के प्रति बहुत ज्यादा था और वे इसके बारे में अक्सर लोगो से बात किया करते थे उनके शिक्षा के प्रति लगाओ को देख कर उनके जन्म दिन को ही शिक्षक दिवस के रूप में घोषित कर दिया गया 

शिक्षक दिवस का महत्व.

शिक्षक का अर्थ होता है शिक्षा देने वाला इसी कारण शिक्षक का एक शिष्य के जीवन में बहुत बड़ा योगदान होता है शिक्षक ही उसे जीवन जीने की काला तथा उसके मूलभूत कारणों के बारे में बताते है शिक्षक ही उसके भविष्य निर्माता भी होते है क्योकि उन्ही के मार्गदर्शन पर चल कर शिष्य अपने जीवन में ऊचाई को छुते है लेकिन आज के शिष्य में पहले वाली वो बात नही रही जो पहले हुआ करता था पहले लोग अपने शिक्षा ग्रहण करने के लिए गुरुकुल जाया करते थे चाहे वह किसी राजा का संतान हो या किसी गरीब का सब एक साथ गुरुकुल में पढ़ा करते थे और उस समय के शिष्य अपने गुरु के लिए कुछ भी करने को तत्पर रहते थे कुछ छात्र तो ऐसे भी हुए जिन्होंने अपने गुरु को गुरु दक्षिणा में अपना अंगूठा तक दे दिया भगवान श्री कृष्ण ने तो अपने गुरु को गुरु दक्षिणा में मृत्यु को प्राप्त हुआ उनके पुत्र को जीवित कर ले आये थे 

आज के समय में लोग उसी गुरु दक्षिणा को रुपया-पैसा के रूप में अपने गुरु को देते है लेकिन उनके प्रति पहले जैसा सम्मान नही रहा ऐसे में लोग गुरु की महता को भूल ना जाये शिक्षक दिवस मनाया जाता है शिक्षक दिवस मनाना इस लिए भी जरुरी है ताकि शिक्षक के प्रति छात्र के मन में आदर और सम्मान का भाव आये और उनका सम्मान करे   

गुरु के बारे में महान कवि कबीरदास जी का एक शानदार पंक्ति कहा है-

    सब धरती कागज करूं, लिखनी सब बनराय।

    सात समुन्दर की मसि करूं, गुरु गुण लिखा न जाय।

                                  अर्थात

सारे पृथ्वी को कागज, सब जंगल के लकड़ी को कलम

सातों समुन्दर को स्याही बनाकर भी लिखने पर गुरु के गुण नहीं लिखे जा सकते।

शिक्षक दिवस कैसे मनाया जाता है.

शिक्षक दिवस देश में बड़े ही धूम धाम से मनाया जाता है इस दिन स्कूल, कॉलेज में छुट्टी होता है और कई कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है इस दिन छात्रों द्वारा शिक्षक को कई सारे उपहार दिए जाता है कुछ छात्र अपने पसंदीदा शिक्षक का नक़ल उतारते है और भाषण प्रस्तुत करते है इस दिन और भी कई सारे कार्यक्रम होते है जिसमे कुछ छात्र नृत्य, संगीत आदि कार्यक्रम करते है 

स्कूल और कॉलेज के छात्र अपनी कच्छा को सजाते है और शिक्षको से केक भी कटवाते है। अंत में छात्र अपने शिक्षको के प्रति अपना भाव व्यक्त करते है और शिक्षक से भी कुछ शब्द बोलने को कहते है 

शिक्षक दिवस पर कुछ खास दोहे. 

गुरु के महिमा के बारे में हमारे महा कवियों ने भी अपने दोहे के माध्यम से बताया है गुरु के महिमा के ऊपर लिखे गए कुछ दोहे और उनके अर्थ निम्न है- 

   गुरु गोविंद दोउ खड़े, काके लागूं पाँय।  

   बलिहारी गुरु आपने, गोविंद दियो मिलाय 

                          अर्थात

जब आपके सामने गुरु और गोविन्द (ईश्वर) दोनों खड़े हो उस समय आप सबसे पहले किसे प्रणाम करेंगे? गुरु ही आपको ईश्वर तक पहुचने का मार्ग दिखाते है अर्थात आपको उस गुरु को पहले प्रणाम और वंदना करना चाहिए क्योकि वह गुरु महान है

  गुरु बिन ज्ञान न होत है, गुरु बिन दिशा अजान,

  गुरु बिन इन्द्रिय न सधें, गुरु बिन बढ़े न शान।

गुरु के बिना ज्ञान नही हो सकता, बिना गुरु के सही दिशा का ज्ञान कर पाना मुश्किल है ,

गुरु के बिना आप अपनी इंद्रियों पर नियंत्रण करना भी मुश्किल है, और गुरु के बिना समाज में उसका कोई शान नही है

FAQ  

भारत में शिक्षक दिवस कब मनाया जाता हैं ?

5 सितंबर को.

वर्ल्ड शिक्षक दिवस कब मनाया जाता हैं ?

5 अक्टूबर को.

भारत में शिक्षक दिवस का स्थापना किसने किया ?

कांग्रेस पार्टी ने.

भारत में शिक्षक दिवस का शुरुआत कब हुआ था ?

1962 में भारत में पहली बार शिक्षक दिवस 5 सितंबर को मनाया गया था. 

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