ग्रीनहाउस प्रभाव क्या है- इसके फायदे और नुकसान। What is Greenhouse Effect in Hindi.

ग्रीनहाउस प्रभाव क्या है- इसके फायदे और नुकसान। What is Greenhouse Effect in Hindi.

पृथ्वी के वातावरण में पाए जाने वाले गैसे ग्रीनहाउस के सतह के रूप में कार्य करता है। यही सारे गैसे पृथ्वी के वातावरण के संतुलन को बनाये रखने में मदद करता है इन में बहुत से गैसे जैसे- कार्बन डाई ऑक्साइड, मेथेन आदि शामिल है। वातावरण में यदि इन सारे गैसों का उपस्थिति नही होता तो शायद पृथ्वी पर जीवन का कल्पना करना भी मुश्किल था।

पृथ्वी पर अगर ग्रीनहाउस प्रभाव नही होता तो गर्मी होता ही नही और पुरे समय यहा पर ठण्ड होता जिसके कारण पृथ्वी पर मौजूद पानी का वाष्पीकरण नही होता और जीवन जीना बहुत मुश्किल हो जाता यही कारण पृथ्वी पर ग्रीनहाउस प्रभाव का होना बहुत जरुरी है। आज के इस आर्टिकल में हमसब  ग्रीनहाउस प्रभाव के बारे में विस्तार से जानेंगे और इसके फायदे और नुकसान पर भी चर्चा करेंगे।

ग्रीनहाउस प्रभाव क्या है

ग्रीनहाउस प्रभाव क्या है.

ग्रीनहाउस प्रभाव एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा पृथ्वी के वातावरण का तापमान सामान्य से अधिक बना रहता है जिसके कारण पृथ्वी पर जीवन जीना संभव हो पाया है। ग्रीनहाउस में जलवाष्प, मीथेन,   कार्बन डाई ऑक्साइड आदि गैसे शामिल है। ग्रीनहाउस प्रभाव को हरित गृह प्रभाव भी कहा जाता है।

ग्रीनहाउस में मौजूद गैसे पृथ्वी के तापमान को गर्म बनाये रखता है। जब सूर्य की किरणें पृथ्वी से टकराती है तो इसका करीब 31 % भाग सतह से टकराकर वापस लौट जाती है और इसके कुछ बचे हुए भाग को पृथ्वी के सतह, इसपे विध्यमान तथ्यों और समुद्र के द्वारा अवाशोसित कर लिया जाता है। और इन अवाशोसित गैस को यह ऊष्मा में परिवर्तित कर देता है जिससे यहा का वातावरण गर्म रहता है और सारे जिव जंतु आसानी से जीवन जी पाते है।

वही बात अगर ग्रीनहाउस प्रभाव के बिना किया जाए तो पृथ्वी पर तापमान सामान्य से कही अधिक ठंढा होता है जिसके परिणाम स्वरूप सभी जिव इस ठंढ को झेल नही पाते और यहा पर जीवन संभव नही हो पाता। पृथ्वी का तीन चौथाई भाग पानी से घिरा है और यदि ग्रीनहाउस प्रभाव में नही होता तो इनके चलते पानी अधिक से ज्यादा खारा होता और जाल चक्र प्रभाव में नही आता यही कारण है की  इसका महत्त्व और भी बढ़ जाता है। 

ग्रीनहाउस गैसों की जानकारी.

 गैस का नाम               कार्बनिक नाम 

 वाष्प                                    H2O 

ओजोन                                 O3 

मेथेन                                    CH4 

कार्बन डाई ऑक्साइड      CO2 

नाइट्रस ऑक्साइड            N2O 

ग्रीनहाउस गैस के मुख्य घटक.

ग्रीनहाउस प्रभाव में भूमिका निभाने वाले प्रमुख गैस निम्नलिखित है-

 वाष्प(H20)

 वाष्प ग्रीनहाउस में अपना महत्वपूर्ण योगदान देता है और यह मौसम में हो रहे बदलाव के कारण बनता है वातावरण में बदलाव यानि उसके गर्म होने पर वाष्प की प्रक्रिया और भी तेज़ होता है वाष्प सूर्य से आ रहे रेडिएशन को कम करता है।

कार्बन डाई ऑक्साइड(CO2)

कार्बन डाई ऑक्साइड ग्रीनहाउस का सबसे महत्वपूर्ण गैस है यह जीवो के साँस छोड़ने से और ज्वालामुखियों से बनता है यह कार्बन से बने पदार्थ के जलने से भी बनता है। कार्बन डाई ऑक्साइड वातावरण को गर्म रखने में सहायक होता है। कार्बन डाई ऑक्साइड का मात्रा बढ़ न जाये इसके लिए कुछ ऐसे भी वनस्पति है जो प्रकाश संस्लेषण द्वारा CO2 लेते है।

मीथेन(CH4)

कार्बन डाई ऑक्साइड के बाद मीथेन ग्रीनहाउस का सबसे महत्वपूर्ण गैस है इसका तुलना कार्बन डाई ऑक्साइड से करे तो यह ज्यादा शक्तिशाली है परन्तु यह कार्बन डाई ऑक्साइड की तुलना में बहुत कम मात्रा में विध्यमान है और यह ज्यादातर उष्णकटिबंधीय इलाके में मौजूद रहता है।

ओजोन(O3)  

ओजोन ऑक्सीजन के अनुओ से मिलकर बना होता है जो की एक प्राकृतिक गैस है यह पृथ्वी के लिए बहुत जरुरी है यह सूर्य से आने वाली पारा बैगनी किरने को अवाशोसित कर लेता है इसलिए यह  ग्रीनहाउस का एक महत्वपूर्ण गैस है। 

ग्रीनहाउस प्रभाव में वृद्धि.

ग्रीनहाउस के प्रभाव में वृद्धि का मुख्य वजह मनुष्य है। मनुष्य का लालच इस कदर बढ़ा है की वह अपने किसी भी कार्य के लिए प्रक्रितक से खिलवाड़ कर रहा है पिछले कई वर्षो में सभी जगह लगातार तापमान में तेज़ी देखा जा रहा है इसका मुख्य वजह ग्रीनहाउस गैसों की लगातार वृद्धि से हो रहा है।मनुष्य अपने सुविधा के लिए अंधाधुंन पेड़ पौधों को काटे जा रहा है मोटर गाडियों में भी तेज़ी से वृद्धि हुआ है जिसके परिणाम स्वरूप पृथ्वी का तापमान लागातार बढ़ता जा रहा है और यह पहले की तुलना में 10 डिग्री से अधिक बढ़ चूका है और अनुमान यह है की आने वाले 10 सालो में तापमान में और वृद्धि देखने को मिलेगा।

 ग्रीनहाउस गैसों में वृद्धि का कारण कई दुस्परिणाम सबके सामने भी आये है जैसे- वर्षा वाले क्षेत्र में वर्षा में कमी होना, जहां तहा सुखाड़ का आना, ग्लेशियर के वर्फ का पिघलना आदि शामिल है। इन सब के पीछे मनुष्य का बहुत बड़ा हाथ है यदि यह ऐसे ही चलता रहा तो वह दिन दूर नही है जब पूरी दुनिया विनाश की ओर अग्रसर हो जायेगा। इसलिए यह जरुरी है की लगातार हो रहे प्रदूषण में वृद्धि को आज से ही कम किया जाये और पृथ्वी के साथ साथ अपने अस्तित्व को भी बचाया जाये। 

ग्रीनहाउस प्रभाव में वृद्धि के कारण.

ग्रीनहाउस गैस में वृद्धि के निम्नलिखित कारन है-

  • वनों का कटाई.
  • नगरो का निर्माण. 
  • औधोगिकीकरण. 
  • वाहनों से निकलने वाला धुआं.

वातावरण / जलवायु में परिवर्तन के कारण.

जलवायु परिवर्तन किसी मौसम की तरह हर 2-3 महीने में परिवर्तित नही होता है यह समय के साथ धीरे धीरे होता है परन्तु जब भी होता है समस्त जीवो के लिए नुकसानदायक होता है जलवायु में परिवर्तन प्राकृतिक और कृत्रिम दोनों तरीको से होता है

जलवायु परिवर्तन दो तरह से होते है-

  • प्राकृतिक रूप से 
  • कृत्रिम रूप से  

प्रक्रितक रूप से

  • ज्वालामुखी 
  • समुद्री तरंगे 
  • पृथ्वी का घुमाव 

कृत्रिम रूप से 

  • पेट्रोलियम का उपयोग अधिक मात्रा में करने से कार्बन डाई ऑक्साइड का मात्रा पर्यावरण में अधिक बढ़ता जा रहा है।
  • पेड़ पौधे की कटाई कुछ ज्यादा ही किया जा रहा है जिससे कार्बन डाई ऑक्साइड का मात्रा पर्यावरण में अधिक बढ़ता जा रहा है।
  • प्लास्टिक और कीटनाशक का उपयोग ज्यादा होने से पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है।

बहुत से ऐसे और भी घटक है जो प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से पर्यावरण को नुकसान पहुचा रहे है

ग्रीनहाउस प्रभाव के फायदे.

 ग्रीनहाउस प्रभाव के कुछ फायदे निम्नलिखित है जो आपको बताया गया है।

  • यह सूर्य से आने वाले पारा बैगनी किरने और रेडिएशन जो जीवो के लिए नुकसानदायक है उसे अवशोसित कर लेता है।
  • ग्रीनहाउस प्रभाव के चलते पृथ्वी का वातावरण सामान्य बना रहता है जिससे जिव जंतु अपना जीवन आसानी से जी पाते है।
  • इसके चलते जल चक्र प्रभाव में आते है।
  • यह ध्रुव पर जमे वर्फ को पिघलने से रोकता है इस तरह यह पृथ्वी को जलमग्न होने से बचाता है।
  • कार्बन डाई ऑक्साइड और ओजोन जैसी गैसे वातावरण को संतुलित बनाये रखते है जिससे जीवन जीना सरल रहता है।

ग्रीनहाउस प्रभाव के नुकसान.

ग्रीनहाउस प्रभाव के कुछ नुकसान निम्नलिखित है-

  • CO2 जो ग्रीनहाउस का एक बहुत ही महत्वपूर्ण गैस है इसकी वृद्धि से समुद्री जीवो का जीवन प्रभावित हो रहा है साथ में यह पौधों के प्रकाश संशलेषण की प्रक्रिया को प्रभावित कर रहा है। जिसका सीधा असर मनुष्यों पर भी देखने को मिल रहा है। 
  • इससे ग्लोबल वार्मिंग जैसी समस्या उत्पन्न होता है जिसके परिणाम स्वरुप अधिक बारिश और कही अधिक सुखाड़ जैसे समस्या देखने को मिलते है जो की जलवायु परिवर्तन का एक बहुत ही बड़ा कारण है।
  • तापमान में वृद्धि होने से उत्पादन में कमी आएगा जिससे आकाल जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है इसके चलते बीमारियाँ और कई तरह के समस्या पैदा हो सकते है। 

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वातावरण में सुधार कैसे किया जा सकता है.

वातावरण में सुधार करके जलवायु परिवर्तन को रोका जा सकता है ऐसा करने से पृथ्वी पर मौजूद सभी मनुष्य, पेड़-पौधे और जिव सुरक्षित रह सकते है।

  • मोटर गाड़ी जो इंधन से चलते है उसका उपयोग कम करके वातावरण को सुरक्षित रखा जा सकता है।
  • अधीक से अधिक मात्रा में पेड़ पौधे लगाकर।
  • नदियों और तालाबो को साफ रख कर इसमें कूड़ा कचरा को फ़ैलाने से रोकना होगा।
  • कारखानों से निकलने वाले गंदगी को दोबारा इस्तेमाल में लाना होगा।
  • प्लास्टिक और कीटनाशक का उपयोग कम करना होगा।

 FAQ 

ग्रीनहाउस प्रभाव क्या है?

ग्रीनहाउस प्रभाव एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा पृथ्वी के वातावरण का तापमान सामान्य से अधिक बना रहता है.

ग्रीन हाउस प्रभाव के परिणाम क्या है?

ग्रीनहाउस प्रभाव ऊष्मा का अवशोसन करता है और पृथ्वी को जीवन जीने के लायक बनता है.

ग्रीनहाउस के प्रमुख गैसे कौन कौन से है?

ग्रीनहाउस के प्रमुख गैसे कार्बन डाई ऑक्साइड, नाइट्रस ऑक्साइड, मीथेन, ओजोन, जलवाष्प है.

पृथ्वी पर तापमान में वृद्धि के क्या कारण है?

पृथ्वी पर तापमान में वृद्धि के कारण जलवायु परिवर्तन है.

सबसे ज्यादा पाई जाने वाली ग्रीन हाउस गैस कौन सी है?

सबसे ज्यादा पाई जाने वाली ग्रीनहाउस गैस जलवाष्प है.

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