सीएनजी का फुल फॉर्म क्या होता है? - CNG Full Form in Hindi.

सीएनजी का फुल फॉर्म क्या होता है? - CNG Full Form in Hindi.

दोस्तों आज के इस पोस्ट में हम सब सीएनजी के बारे में जानेगे इस पोस्ट में आप सब को CNG क्या है साथ ही इसके फुल फॉर्म क्या होता है और इससे जुड़े अन्य जानकारियों के बारे में भी जानने वाले है।सीएनजी का इस्तेमाल आज के समय में गाड़ी के इंधन के रूप में बड़े पैमाने पे किया जा रहा है क्योकि यह पेट्रोल और डीज़ल के मुकाबले बहुत ही सस्ता होता है।

CNG को सरकार के तरफ से भी बढ़ावा दिया जा रहा है। सीएनजी का उपयोग रसोई घर में होने वाले गैस, पेट्रोल और डीज़ल के विकल्प के रूप में किया जा रहा है। साथ में यह पर्यावरण को अन्य के मुकाबले कम प्रदुषित करता है। तो चलिए विस्तार से जानते है सीएनजी के बारे में और यह कैसे बनाया जाता है।  

CNG का FULL FORM क्या होता है.

CNG का फुल फॉर्म या पूरा नाम COMPRESSED NATURAL GAS (कंप्रेस्ड नेचुरल गैस) है। इसके अलावा सीएनजी को हिंदी में संपीडित प्राकृतिक गैस भी कहा जाता है यह वजन में बहुत ही हल्का होता है साथ ही साथ अन्य पेट्रोलियम के मुकाबले यह पर्यावरण को बहुत ही कम प्रदूषित करता है।  

एक ओर जहाँ पेट्रोल बहुत ही ज्यादा CO2 और CO फैलाती है वही दूसरी और CNG बहुत ही कम CO2 और CO फैलाती है। यह काफी सस्ता होने के कारण वर्तमान में बहुत से गाडियों में भी इंधन के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। 

सीएनजी का फुल फॉर्म क्या होता है


CNG क्या है.

CNG कंप्रेस्ड नेचुरल गैस जो प्राकृतिक रूप से जमीन के अन्दर पाई जाती है जिसमे मीथेन, प्रोपेन और एथेन पाया जाता है। सीएनजी का इस्तेमाल वाहनों को चलाने के लिए इंधन के रूप में किया जाता है जो डीज़ल और पेट्रोल के तुलना में काफी सस्ता होता है।  

CNG का आविष्कार अमेरिकी वैज्ञानिक विलियम हार्ट ने सन 1626 में किया था। लेकिन उस समय यह उतना सफल साबित नही हुआ और फिर बाद में करीब सन 1800 में इसका इस्तेमाल अमेरिका ने गाड़ी के इंधन के रूप में किया लेकिन यह गैस अमेरिका तक ही सिमित था। अन्य देशो में सीएनजी का इस्तेमाल होने में बहुत समय लग गया और यह दुसरे विश्व युद्ध के बाद प्रचलन में आया था। 

वही अगर बात CNG के उपयोग का भारत में करे तो यह पहली बार 1930 में किया गया था उसके बाद यह धीरे धीरे बड़े पैमाने पर इंधन के रूप में किया जाने लगा यह रंग में रंगहीन और वजन में वायु से भी बहुत ही हल्का होता है। इसे रिलीज़ करने पर यह जल्दी फ़ैल जाता है।   

CNG कैसे बनता है.  

CNG गैस प्राकृतिक रूप से पाया जाता है जिसमे 85 प्रतिशत नाइट्रोजन ऑक्साइड (NO) और 70 प्रतिशत रिएक्टिव हाइड्रोकार्बन होता है। सीएनजी में सबसे अधिक मात्र में मीथेन पाया जाता है साथ में प्रोपेन और एथेन भी होता है। 

मीथेन को सिलिंडर में भरने के लिए इसे कॉम्प्रेस करके 20-25 M पास्कल दाब पर भरा जाता है इस गैस को कलेक्ट करने के लिए ऑयल डिपाजिट का इस्तेमाल किया जाता है।

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CNG के गुण.

  • ODORLESS (बिना कोई गंध के)
  • 40 % LIGHTER (हवा से 40 प्रतिशत हल्का)
  • NON-CORROSIVE (गैर संक्षारक)
  • NON-TOXIC (गैर-विषाक्त)
  • HIGH IGNITION (उच्च प्रज्वलन ताप)
  • TASTELESS (बिना किसी स्वाद के)
  • COLORLESS (बेरंग)

CNG के फायदे.

CNG उपयोग करने के बहुत फायदे है जिसके बारे में आप सभी को निचे में बताया गया है-

पेट्रोल और डीज़ल से चलने वाले गाड़ी के तुलना में सीएनजी से चलने वाले गाड़ी पर्यावरण को कम प्रदूषित करते है।

पेट्रोल और डीज़ल के अपेक्षा में सीएनजी बहुत ही कम हानिकारक गैस का उत्सर्जन करता है।

सीएनजी से चलने वाले वाहनों में आग लगने का खतरा पेट्रोल और डीज़ल वाहनों के तुलना में कम होता है। 

पेट्रोल और डीज़ल से चलने वाले गाड़ी में इंधन के लिए बहुत ही अधिक पैसे खर्च करना पड़ता है वही सीएनजी से चलने वाले गाड़ी में इंधन के लिए कम पैसे खर्च करना पड़ता है। 

वाहनों में पेट्रोल और डीज़ल भरवाने में मिलावट भी देखने को मिलता है जिससे वाहन को ख़राब होने का भी डर रहता है परन्तु सीएनजी में मिलावट का खतरा नही होता है। 

पेट्रोल और डीज़ल से चलने वाले गाड़ी में उसके इंजन से हमेशा आवाज सुनाई देता है जबकि CNG गाडियों में बहुत कम देखने को मिलता है।

CNG के नुकसान.

जिस तरह सीएनजी के कुछ फायदे है तो उसी प्रकार से इसके कुछ नुकसान भी है। आइये जानते है CNG से होने वाले नुकसान के बारे में-

  • हाल के दिनों में पेट्रोल के दाम में हुई बढ़ोतरी के चलते बहुत से लोग पेट्रोल के जगह अपने गाड़ी में CNG भरवाना ज्यादा पसंद कर रहे है परन्तु सीएनजी गैस स्टेशन कम होने के चलते लोगो को गैस के लिए लम्बी लाइन का सामना करना पड़ता है 
  • पेट्रोल और डीज़ल वाहनों का परफॉरमेंस सीएनजी वाहन की अपेक्षा में ज्यादा अच्छा होता है साथ ही उसका पिक उप स्पीड भी काफी अच्छा होता है
  • वाहनों में CNG के ज्यादा इस्तेमाल से एग्जॉस्ट वॉल के ख़राब होने की संभावना बढ़ जाता है
  • यदि आपका वाहन CNG से चलता है और आप इसे बेचना चाहते है तो इसके मूल्य में गिरावट पेट्रोल गाड़ी के तुलना में ज्यादा होता है
  • वाहनों में सीएनजी के लिए एक अलग से टैंक लगाया जाता है जो अमूमन पीछे के साइड में होता है जिससे लगेज को रखने का स्पेस कम हो जाता है

ऊपर पढ़ कर आप तो समझ ही गये होंगे की CNG के क्या फायदे है और इसके क्या नुकसान है। जिस तरह किसी भी चीज का अगर कुछ  फायदा है तो उसके कुछ नुकसान भी है ठीक उसी प्रकार से सीएनजी के फायदे के साथ साथ कुछ नुकसान भी है, परन्तु फायदे अधिक है 

निष्कर्ष

दोस्तों आज के इस आर्टिकल में आप सब को सीएनजी के बारे में विस्तार से बताया गया और आप सब ने सीएनजी क्या होता है ?सीएनजी Full Form क्या है, यह कैसे बनता है आदि के बारे में भी विस्तार से जाना साथ में हम सब ने इसके फायदे, नुकसान और इसके गुण के बारे में भी जाना है 

मुझे उम्मीद है की आपको यह पोस्ट पसंद आया होगा और आशा करता हूँ इस पोस्ट को पड़ने के बाद आपको CNG से जुड़े सभी प्रश्नों के उत्तर मिल गया होगा। यदि आपको यह पोस्ट पसंद आया हो तो इसे शेयर करे और कुछ त्रुटि रह गया हो तो कमेंट करके जरुर बताए।

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