फ़ायरवॉल क्या है ? और इसके कितने प्रकार होते है - What is Firewall in Hindi.

फ़ायरवॉल क्या है ? और इसके कितने प्रकार होते है - What is Firewall in Hindi.

सुरक्षा के बारे में किसे नही पता होगा क्योकि हर कोई अपनी सुरक्षा चाहता है हर एक चीज के सुरक्षा लिए उसके अपने नियम और प्रोटोकॉल बनाए जाते है। तेज़ी से बढ़ते इस आधुनिक और टेक्नोलॉजी के युग में हर कोई अपने आप को एडवांस्ड कर रहा है। 

इसके लिए वह इन्टरनेट का सहारा ले रहा है जहाँ हजारो हज़ार की संख्या में हैकर आपके एक गलती करने के लिए बैठे है। ऐसे में कंप्यूटर की सुरक्षा बहुत ही अहम् हो जाता है और इसकी सुरक्षा फ़ायरवॉल के द्वारा किया जाता है। 

फ़ायरवॉल हमारे कंप्यूटर को वायरस, Malware से सुरक्षित रखता है और आपके कंप्यूटर में मौजूद डाटा को गलत यूज़ होने से बचाता है अगर देखा जाये तो FIREWALL कंप्यूटर और असुरक्षित वेबसाइट के मध्य एक दिवार का काम करता है और कंप्यूटर को हैक होने से बचाता है। तो चलिए जानते है फ़ायरवॉल क्या है-और इसके कितने प्रकार होते है? तथा यह कंप्यूटर के लिए इतना जरुरी क्यों है।  

फ़ायरवॉल क्या होता है.

फ़ायरवॉल क्या है


फ़ायरवॉल कंप्यूटर का एक सुरक्षा चक्र है जो कंप्यूटर को वायरस, Malware और हैकर से सुरक्षित रखता है यह कंप्यूटर को इन्टरनेट से कनेक्ट होते ही काम करना स्टार्ट कर देता है और हार्मफुल सॉफ्टवेर से सुरक्षा प्रदान करता है

यह हमारे कंप्यूटर में एक प्रोग्राम की तरह काम करता है और Unwanted ट्रैफिक को कंप्यूटर में प्रवेश से रोकता है जिससे हमारा कंप्यूटर प्रोटेक्टेड रहता है और हमारा पर्सनल डाटा, प्राइवेट डाटा और भी कई इम्पोर्टेन्ट डॉक्यूमेंट हैकर आदि से सुरक्षित रहता है 

FIREWALL को अगर दुसरे शब्द में समझा जाये तो यह कंप्यूटर और वेबसाइट के बिच के मजबूत दिवार का काम करता है जिससे किसी भी प्रकार का PERMISSION बिना यूजर के नही दिया जा सकता है। इतना ही नही यह UNWANTED सॉफ्टवेर, एप्लीकेशन को भी अपने आप इनस्टॉल होने से रोकता है और यह बाहरी और अंदरूनी दोनों तरफ से कंप्यूटर को वायरस और MALWARE से सुरक्षित रखने का काम करता है

FIREWALL टू WAY काम करता है और यह कंप्यूटर के अलावा उससे जुड़े जितने भी कंप्यूटर और डिवाइस है सभी को प्रोटेक्ट करता है जिससे वायरस, स्पाईवेयर आदि का अटैक नही हो पता है यह खतरा को देखते हुए कंप्यूटर के मुख्य नेटवर्क को ही ब्लॉक कर देता है जिससे इसके साथ जुड़े डिवाइस भी क्षतिग्रस्त होने से बच जाता है   

फ़ायरवॉल के कितने प्रकार के होते है.

FIREWALL सामान्यतः दो प्रकार के होते है

  • हार्डवेयर फ़ायरवॉल (HARDWARE FIREWALL)
  • सॉफ्टवेर फ़ायरवॉल (SOFTWARE FIREWALL)

Hardware Firewall:-

हार्डवेयर फ़ायरवॉल का इस्तेमाल ROUTER और MODEM में किया जाता है और इसे बाहर से एक्टिवेट करने की जरुरत नही पड़ता है जब यह कंप्यूटर से कनेक्ट होता है तो अपना काम शुरू कर देता है और वायरस को अन्दर जाने से रोकता है। यह कंप्यूटर के नेटवर्क के साथ मिलकर काम करता है

इतना ही नही जितने भी नेटवर्क इस मॉडेम और राऊटर से जुड़े होते है सभी के साथ FIREWALL एक साथ एक्टिव हो जाता है और प्रोटेक्ट करता है। यह कंप्यूटर के सभी पैकेज को चेक करता है जो सर्वर को भेजा जाता है यदि पैकेज सही होता है तो सर्वर उस रिक्वेस्ट को ALLOW कर देता है उसके बाद में यह फ़ायरवॉल को पता चल जाता है। यदि ऐसा नही होता है तो FIREWALL उसे कंप्यूटर में प्रवेश से रोक देता है

Software Firewall:-

बात अगर सॉफ्टवेर फ़ायरवॉल का करे तो इसे भी इनस्टॉल या ON करने का जरुरत नही पड़ता है क्योंकि यह Windows 7, Windows XP, Windows 8, Windows 10, VISTA नए जनरेशन के विंडोज में पहले से ही मौजूद रहने के साथ साथ एक्टिव भी रहता है जिससे यह कंप्यूटर को पूरी तरह से सुरक्षा प्रदान करता है 

यदि आप इसे और भी सुरक्षित करना चाहते है तो MCAFEE, QUICK HEAL आदि के बहुत से एंटीवायरस आते है जीनका भी यही काम होता है और ये सभी कंप्यूटर को वायरस, MALWARE से सुरक्षित रखते है

आपने कई बार देखा होगा जब भी कोई सॉफ्टवेर इनस्टॉल करते है तो एक पॉपअप मैसेज दिखाई देता है और PERMISSION रिक्वेस्ट दिखाई देता है जिसका मतलब यह होता है की फ़ायरवॉल इसे नही जनता है जिसके चलते इसे एक्टिव नही किया गया है यदि यूजर इसे जनता है तो PERMISSION दे नही तो इसे ऐसे ही छोड़ दे और IGNORE करे  

फ़ायरवॉल का इतिहास.

जैसा की आप सब ने ऊपर में पढ़ा फ़ायरवॉल क्या है और यह कंप्यूटर के लिए कितना जरुरी हैइसके खोज के पीछे का मेन मकसद यही था की कंप्यूटर को वायरस और MALWARE से सुरक्षित किया जा सके क्योकि इन्टरनेट के आविष्कार के साथ ही हैकर भी एक्टिवेट हो गये थे

FIREWALL को सबसे पहले सन 1980 में हार्डवेयर FIREWALL के जरिये उपयोग में लिया गया था जिसके लिए राऊटर को उपयोग में लिया गया था। इसके बाद एप्लीकेशन फ़ायरवॉल का इस्तेमाल किया जाने लगा जो कंप्यूटर को DNS, फाइल आदि को सुरक्षित रखता था 

इसके FIREWALL के इतिहास में कई बार फेरबदल किया गया जिसका नतीजा आज यह है की यह सभी कंप्यूटर में इनबिल्ट आता है जिससे हमारा कंप्यूटर वायरस, MALWARE जैसे चीजो से सुरक्षित रहता है

फ़ायरवॉल के क्या फायदा है.   

FIREWALL के कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण फायदे है जिसके बारे में आप सभी को निचे में बताया गया है

  • यह हमारे कंप्यूटर को वायरस, स्पैमिंग, MALWARE आदि से सुरक्षित रखता है
  • यह हमारे कंप्यूटर में Save हमारे पर्सनल डाटा, डॉक्यूमेंट, फोटो आदि चीजो को गलत हाथो में जाने से बचाता है
  • यह हमारे कंप्यूटर के ट्रैफिक पर भी नज़र रखता है जसमे कंप्यूटर में आ रहा ट्रैफिक और कंप्यूटर से बाहर जा रहा ट्रैफिक दोनों शामिल है
  • FIREWALL फाइल शेयरिंग के दौरान दोनों कंप्यूटर को प्रोटेक्ट करता है
  • यह किसी एप्लीकेशन और सॉफ्टवेर के इनस्टॉल के साथ ही ब्लॉक कर देता है और जब तक यूजर द्वारा उसे परमिशन नही जाता उसे ब्लॉक ही छोड़ देता है। जिससे कभी कभार गलत सॉफ्टवेर डाउनलोड हो जाने के बाद भी इनस्टॉल नही होता है
  • यह हमारे कंप्यूटर को ट्रोजन हॉर्सेज जैसे हमले से भी बचाता है जिससे कोई भी घुसपैठ नही कर पाता है 

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निष्कर्ष

दोस्तों आज के इस आर्टिकल में आप सब को फ़ायरवॉल के बारे में विस्तार से बताया गया और आप सब ने फ़ायरवॉल क्या है, यह कितने प्रकार होता है तथा इसके फायदे और यह कंप्यूटर के लिए क्यों जरुरी है इसके बारे में भी जाना मुझे उम्मीद है की आपको यह पोस्ट आपको पसंद आया होगा।

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