आज के इस पोस्ट में आप सब सर्वर के बारे में विस्तार से जानेंगे जहाँ आप सभी को सर्वर क्या है और इसके कितने प्रकार होते है तथा यह कैसे काम करता है इसके बारे में बताया गया है। बात अगर सर्वर का करे तो इस शब्द का प्रचलन कंप्यूटर के अविष्कार के साथ ही हो गया था।
आज के इस आधुनिक समय में सर्वर एक बहुत बड़ी भूमिका निभाता है इसलिए इसके बारे में सभी को जानना बेहद जरुरी है। अगर देखा जाए तो हर कोई इन्टरनेट से जुड़ा हुआ है साथ साथ में अब बहुत से काम इसी के द्वारा ही किया जा रहा है और ऐसे बिना सर्वर के कोई भी काम करना बहुत मुस्किल है।
आपने देखा होगा की किसी बोर्ड या फिर बड़े एग्जाम के रिजल्ट वाले दिन उस वेबसाइट का सर्वर ही काम नही करता है। इतना ही नही आपने कई बार बैंक में भी सुना होगा की आज आपका काम नही होगा क्योकि सर्वर error है। इसलिए सर्वर बहुत ही महत्वपूर्ण है तो चलिए जानते है सर्वर के बारे में-
सर्वर क्या है.
सर्वर एक ऐसा प्रोग्राम है जो पुरे वेबसाइट को डाटा प्रदान करता है। यह डाटा को कंप्यूटर तक पहुँचाने के लिए उसे लोकल एरिया नेटवर्क या फिर वाइड एरिया नेटवर्क पर इन्टरनेट के जरिये कनेक्ट करता है सर्वर एक बहुत ही अहम् हिस्सा कंप्यूटर का होता है।
सर्वर पर हर एक चीज का इनफार्मेशन होता है और उसका कार्य यूजर को सहायता प्रदान करना होता है। जैसे जब भी आप किसी विडियो या फोटो को ऑनलाइन save करते है तो वह सर्वर पर save हो जाता है और जब भी आप उसे यूज़ करना चाहते है कर पाते है। ठीक उसी पर बहुत से इनफार्मेशन को सर्वर पर डाल दिया जाता है और कोई भी यूजर उसे इन्टरनेट के जरिये सर्च कर सकता है।
आपने कई बार देखा होगा किसी गवर्नमेंट सेक्टर के एग्जाम के रिजल्ट वाले दिन सर्वर प्रॉपर रूप से काम नही करता है और वहां error शो करता है। ऐसा इसलिए होता है की एक ही समय पर उस सर्वर पे बहुत से लोग एक ही चीज को सर्च कर होते है जिसके चलते लोड ज्यादा बढ़ जाता है और सर्वर क्रैश हो जाता है।
सर्वर कई प्रकार के हो सकते है जब हम किसी प्रकार के मेल send या रिसीव करते है तो यह सर्वर पर save हो जाता है और यह मेल सर्वर कहलाता है। ऐसे ही एप्लीकेशन सर्वर, फाइल सर्वर और भी कई तरह के सर्वर है।
गूगल, याहू, बिंग जैसे सर्च इंजन से जब हम कुछ सर्च करते है तो वह उस इनफार्मेशन को दुसरे वेबसाइट के सर्वर से लाकर देता है। कई सर्वर तो 24 घंटो चालू रहता है और कई सर्वर कुछ सिमित समय के लिए ही serve करता है।
सर्वर के प्रकार.
सर्वर को उसके कार्य और आवश्यकता के आधार पर कई महत्वपूर्ण भाग में बाँटा गया है जो निम्नलिखित है-
- WEB SERVER
- APPLICATION SERVER
- MAIL SERVER
- FTP SERVER
- DATA BASE SERVER
Web Server:-
वेब सर्वर एक प्रकार का प्रोग्राम है और इस प्रकार के सर्वर का काम किसी वेबसाइट को चलाना होता है। यह मुख्या रूप से उस website पर आ रहे visitors को इनफार्मेशन देना होता है वही इसके कम्युनिकेशन के लिए HTTP का उपयोग किया जाता है।
Application Server:-
एप्लीकेशन सर्वर एक फ्रेमवर्क है जो डेटाबेस के सभी के सभी एप्लीकेशन को हैंडल करता है।एप्लीकेशन सर्वर का इस्तेमाल एप्लीकेशन के संचालन उसके अपडेट के लिए किया जाता है इसके लिए PHP, .NET आदि का इस्तेमाल किया जाता है।
Mail Server:-
मेल सर्वर इसके बारे में आप जरुर जानते होंगे यदि नही जानते है तो इसके नाम से थोडा आईडिया आप लगा ही लिए होंगे। दरअसल मेल सर्वर इन्टरनेट के जरिये होता है जब हम सब ईमेल का आदान-प्रदान कर रहे होते है। उस बिच में हमारे द्वारा send किया हुआ या रिसीव किया हुआ ईमेल इसी मेल सर्वर से होकर गुजरता है।
FTP Server:-
FTP का पूरा नाम फाइल ट्रान्सफर प्रोटोकॉल होता है जिसका इस्तेमाल फाइल ट्रान्सफर के लिए किया जाता है। जब हम ऑनलाइन किसी ब्राउज़र का इस्तेमाल किसी वेब के लिए करते है तो ब्राउज़र इसी प्रोटोकॉल का इस्तेमाल कर हमारी मदद करता है।
Database Server:-
डेटाबेस सर्वर का इस्तेमाल वेबसाइट से जुड़े सरे डाटा और उसके इनफार्मेशन को सुरक्षित save करके रखा जाता है। इससे यह फायदा होता है जब भी किसी डाटा की जरुरत पड़ता है तो उसे आसानी से खोज निकाला जा सकता है।
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सर्वर कैसे काम करता है.
सर्वर का कार्य प्रणाली को समझना उतना मुस्किल नही है। जब भी हम किसी चीज के बारे में जानना चाहते है और उसके बारे में किसी ब्राउज़र से सर्च करते है तो वह कुछ ही सेकंड के अन्दर हो जाता है। और इसके लिए कई चरण होते है परन्तु यह काम इतना तेज़ होता है की हमे वह इनफार्मेशन तुरंत प्राप्त हो जाता है।
जब भी हम सर्च इंजन में किसी वेबसाइट से इनफार्मेशन लेना चाहते है और वहां उस वेबसाइट का यूआरएल जैसे https://learningyug.com टाइप करते है। तो ब्राउज़र इसके खोज में जुट जाता है और सबसे पहले उसके प्रोटोकॉल को देखता है।
उसके बाद वह उस वेबसाइट के सर्वर name जैसे की learningyug.com को चेक करता है उसके बाद में वह हमारे द्वारा खोजे गए फाइल के इनफार्मेशन को उस वेबसाइट में खोजता है।
जैसा की हम सभी जानते है हर एक वेबसाइट का अपना एक यूनिक IP एड्रेस होता है और इसी का फायदा लेकर उस इनफार्मेशन को IP एड्रेस में कन्वर्ट कर देता है। और आपके वेबसाइट के साथ कम्यूनिकेट कर पाता है जिसके बाद में वह इनफार्मेशन को ब्राउज़र के पास भेजता है और ब्राउज़र उस इनफार्मेशन को यूजर तक फॉरवर्ड करता है।
निष्कर्ष
दोस्तों आज के इस आर्टिकल में आप सब को सर्वर के बारे में विस्तार से बताया गया और आप सब ने सर्वर क्या है, यह कितने प्रकार होता है। और सर्वर कैसे कम करता है इसके बारे में भी जाना मुझे उम्मीद है की आपको आज का यह पोस्ट जरुर पसंद आया होगा।
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