DBMS क्या है और इसका क्या उपयोग है - What is DBMS in Hindi.

DBMS क्या है और इसका क्या उपयोग है - What is DBMS in Hindi.

दोस्तों आज के इस पोस्ट में आप सब को DBMS क्या है इसके बारे में बताया गया है वैसे आप सब इसके बारे में कही सुना तो जरुर होगा अगर नही सुना है तो चिंता की कोई बात नही है आपको इस पोस्ट में इससे जुडी सभी जानकारी विस्तार से प्रदान किया है। दरअसल DBMS का काम डाटा को बनाने से लेकर उसे मैनेज करने तक का होता है इसी के द्वारा डाटा को सुरक्षित रखा जाता है। 

आज के समय डाटा किसी भी कंपनी के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता जा रहा है। जिसके चलते वर्तमान समय में उन सभी कंपनीज का इसे आज का इंधन कहा जा रहा है बड़ी बड़ी कंपनी जैसे फेसबुक, गूगल, अमेज़न आदि का सारा बिज़नस इसी डाटा के आधार पर चलता है।

बात अगर किसी डिजिटल डिवाइस का करे तो उसमे यूजर के एक्टिविटी के कारण बहुत ज्यादा डाटा बनता है जिसका उपयोग कर बड़ी बड़ी कम्पनीज यूजर के डाटा को मैनेज करते है और उससे उनके पसंद-नापसंद का पता लगाते है और यह सभी कार्य डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम के द्वारा किया जाता है तो चलिए और भी विस्तार से जानते है इसके बारे में और जानते है DBMS क्या है? और इसका क्या उपयोग है तथा इसके क्या फायदे नुकसान है।

DBMS क्या है.

DBMS क्या है


DBMS का फुल फॉर्म Database Management System होता है यह एक प्रकार का सिस्टम सॉफ्टवेयर है जिसका मुख्य कार्य डाटा के क्वेरीज को स्टोर करना, उसे प्राप्त करना, उसका प्रबंधन करना तथा फाइल का सरंचना करना, रिकॉर्ड आदि रखना होता है। डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम सॉफ्टवेयर के मदद से डेटाबेस को क्रिएट, इन्सर्ट, डिलीट किया जाता है।

आज के समय में हर जगह डाटा का महत्त्व काफी बढ़ गया है इसके महत्त्व का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते है कि बैंक, कंपनीज, कॉलेज, रेलवे, सरकारी कार्यालय सभी जगहों पर डेटाबेस बनाया जाता है

डेटाबेस के द्वारा बहुत ही आसानी से किसी भी डाटा को प्राप्त किया जा सकता है साथ में DBMS यूजर के लिए एक इंटरफ़ेस उपलब्ध करवाता है जिससे डाटा को इन्सर्ट और उसमे मॉडिफाई भी किया जा सकता है

इसके जरिये डाटा का व्याख्यान आसानी से किया जाता है जिससे यूजर और प्रोग्रामर दोनों बहुत ही आसानी से उपलब्ध डाटा को व्यवस्थित कर सकते है जिससे किसी समस्या और उसके समाधान तक आसानी से पहुंचा जा सकता है

उदाहरण के तौर पर जब भी हम Facebook पर अकाउंट क्रिएट करते है तो वहां यूज़ की गई सारी जानकारियां फेसबुक के डेटाबेस में स्टोर हो जाता है जिसे उसके डेटाबेस एप्लीकेशन या फिर वेबसाइट के जरिये देखा जा सकता है 

DBMS के कितने प्रकार होते है.

DBMS के चार प्रकार होते है जिसके बारे में निम्नलिखित में विस्तार से बताया गया है-

  • Network Database 
  • Hierarchical Database 
  • Relational Database 
  • Object-Oriented Database

Network Database:-

Network डेटाबेस के मॉडल में एक डाटा को दुसरे डाटा से लिंक के रूप में दर्शाया जाता है इसमें एक चाइल्ड के कई पेरेंट्स (पिता) हो सकते है यानि की एक बच्चे के कई पिता हो सकते है।

Hierarchical Database:-

Hierarchical Database का स्ट्रक्चर एक पेड़ के सामान होता है जिसके केवल एक ही रूट होता है इस रिलेशन में एक पैरेंट के कई चाइल्ड हो सकते है परन्तु एक चाइल्ड के एक ही पैरेंट  होता है इसे one to many relationship के रूप में भी जाना जाता है

Relational Database:- 

Relational Database में डाटा row और column टेबल के रूप में व्यवस्थित किया जाता है इसमें हर एक टेबल आपस में जुड़े रहते है जिसके बिच में कुछ संबंध होता है जिसके चलते इसे रिलेशनल डेटाबेस कहा जाता है यह डेटाबेस सबसे ज्यादा यूज़ में लिया जाता है क्योकि इसका सरंचना काफी आसान होता है 

Object-Oriented Database:-

Object-Oriented Database में डाटा को ऑब्जेक्ट के रूप में स्टोर किया जाता है। इसके नाम से ही पता चलता है इस प्रकार के डेटाबेस के निर्माण के लिए ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की आवश्यकता पड़ता है जिसके स्ट्रक्चर को क्लास के रूप में जाना जाता है।

DBMS की विशेषताएं.

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम के कुछ महत्वपूर्ण विशेषताएं निम्नलिखित है जिसके द्वारा डाटा को मैनेज किया जाता है -

  • डाटा स्टोर:- डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम के द्वारा किसी भी तरह के डाटा को स्टोर किया जाता है इस प्रकार के डाटा में कुछ भी शामिल होता है जैसे- नाम, पता, साइज़ आदि
  • डाटा अपडेट:- डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम के द्वारा किसी भी तरह के डाटा को मॉडिफाई किया जा सकता है इसके द्वारा डाटा को डिलीट भी किया जाता है
  • डाटा बैकअप:- डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम सॉफ्टवेयर के द्वारा डाटा का बैकअप भी आसानी से लिया जा सकता है जिसका इस्तेमाल भविष्य में किसी कार्य के लिए लिया जा सके
  • डाटा का नामांकन:- इसके द्वारा सभी डाटा का अलग अलग नाम होता है जिसे बाद में अपडेट, मॉडिफाई और डिलीट आसानी से किया जा सके
  • सिक्यूरिटी:- इस फंक्शन के द्वारा DBMS यूजर और डाटा को सुरक्षा प्रदान करता है जिससे उसका इस्तेमाल सही से किया जा सके यह डेटाबेस के UNAUTHORIZED एक्सेस को भी रोकता है

DBMS का उपयोग.

यहाँ आपको बताया गया है की डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम का उपयोग कहाँ कहाँ किया जाता है क्योकि यह आज के समय में एक बहुत ही जरुरी संसाधन बन गया है

  • एजुकेशन सेक्टर में इसका इस्तेमाल रिकॉर्ड के तौर पर किया जाता है इसके इस्तेमाल से किसी भी छात्र की जानकारी बहुत से आसानी से मिल जाता है इसके जरिये छात्र के नाम, पता, कोर्स, उस स्टूडेंट्स के फैकल्टी आदि का आकड़ा तैयार किया जाता है 
  • बैंक में इसका इस्तेमाल खाता धारक के अकाउंट के जानकारी, उसके जमा-निकासी का रकम आदि का रिकॉर्ड तैयार किया जाता है
  • रेलवे के क्षेत्र में किसी ट्रेन के आवागमन के टाइमिंग, टिकट बुकिंग और PASSANGER के डिटेल्स आदि का डाटाबेस तैयार करता है 
  • एयरलाइन में भी ठीक रेलवे की तरह फ्लाइट के आवागमन के टाइमिंग, टिकट बुकिंग और PASSANGER के डिटेल्स आदि का डाटाबेस तैयार करता है
  • इसका इस्तेमाल मैन्यूफैक्चरिंग इंडस्ट्री में किसी भी प्रोडक्ट के स्टॉक, उसका आइटम नंबर आदि के लिए किया जाता है
  • टेलिकॉम इंडस्ट्रीज में भी इसका इस्तेमाल बहुत जोरो से किया जाता है इसका इस्तेमाल कस्टमर के कॉल हिस्ट्री, बिल, कस्टमर का इनफार्मेशन आदि के लिए किया जाता है  

DBMS के प्रमुख सॉफ्टवेयर.

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम के कुछ प्रमुख सॉफ्टवेयर निम्नलिखित है-

  • MySQL 
  • Microsoft Access
  • Oracle RDBMS
  • SQLite 
  • IBM DB2
  • LibreOffice Base
  • ADABAS 
  • Informix  
  • FoxPro
  • PostgreSQL 
  • MariaDB 
  • Microsoft SQL Server 
  • AmazonRDS
  • Cloudera 
  • Robomongo 
  • MongoDB

DBMS के लाभ.

DBMS के कुछ प्रमुख लाभ निम्नलिखित है जिसके बारे में आप सभी को बताया गया है-

  • यह डाटा को सिक्योर रखता है क्योकि इसमें पूरा control एडमिनिस्ट्रेशन के पास होता है
  • DBMS डाटा Redundancy को कम करता है 
  • यह कंप्यूटर में किसी कारण आए गड़बड़ी या उसके अचानक बंद होने की स्थिति में डाटा को रिकवर कर लेता है जिससे डाटा को पुनः प्राप्त किया जा सकता है 
  • यह unauthorized यूजर के एक्सेस को रोकता है
  • डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम multi यूजर एनवायरनमेंट को सपोर्ट करता है 
  • इसमें डाटा अलग अलग टेबल में स्टोर होता है जिससे उसे खोजना काफी आसान होता है जिससे समय आने पर उसे दोबारा यूज़ में लिया जा सके 
  • इसमें डाटा को कभी भी मॉडिफाई, डिलीट और अपडेट किया जा सकता है   

DBMS के नुकसान.

चलिए जानते है DBMS के नुकसान के बारे में -

  • इसका सिस्टम में गड़बड़ी, या फिर डेटाबेस में फाल्ट होने के परिस्थिति में डाटा LOSS होने का संभावना बरक़रार रहता है 
  • यह एक एडवांस्ड technology है जिसके चलते इसे अच्छे से इस्तेमाल करने के लिए एक विशेषज्ञ की जरुरत पड़ता है जिसके लिए ज्यादा PAY करना पड़ता है 
  • इसका सिस्टम काम्प्लेक्स होता है जिसके चलते सिस्टम FAIL होने की स्थिति में डाटा LOSS हो सकता है 
  • इसके हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का कास्ट ज्यादा होता है 

निष्कर्ष

दोस्तों आज के इस आर्टिकल में आप सब को डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम के बारे में विस्तार से बताया गया और आप सब ने DBMS क्या है? इसका क्या उपयोग है - डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम के क्या फायदे और नुकसान है तथा इसके विशेषताएं आदि के बारे में भी विस्तार से जाना है 

मुझे उम्मीद है की आपको यह पोस्ट पसंद आया होगा और आशा करता हूँ इस पोस्ट को पड़ने के बाद आपको DBMS से जुड़े सभी प्रश्नों के उत्तर मिल गया होगा। यदि आपको यह पोस्ट पसंद आया हो तो इसे शेयर करे और कुछ त्रुटि रह गया हो तो कमेंट करके जरुर बताए। 

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