नाटो (NATO) क्या है? NATO का फुल फॉर्म और सदस्य देश - What is NATO in Hindi.

नाटो (NATO) क्या है? NATO का फुल फॉर्म और सदस्य देश - What is NATO in Hindi.

नाटो (NATO) क्या है, पूरा नाम, सदस्य देश, NATO का मुख्यालय कहां है (What is NATO, Full Form, Members Country)

द्वितीय विश्वयुद्ध के भयंकर युद्ध के पश्चात पूरा विश्व इस तरह के किसी और युद्ध का कल्पना दोबारा नही करना चाहता था। इस युद्ध में मानव जाति का बहुत बड़ा नुकसान हुआ था इसलिए कोई भी नही चाहता था की ऐसी घटना अब भविष्य में दोबारा घटित हो जिससे मानव जाति के अस्तित्व पर दोबारा से कोई खतरा कायम हो।

इसी खतरा को ख़त्म करने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ का स्थापना किया गया साथ में कुछ सैन्य संघटन का भी निर्माण किया गया था इस तरह इसके अंतर्गत कई देश और उनकी सेनाएं शामिल हुई जिसे NATO का नाम दिया गया था यह नाम दोबारा से सबके सामने रूस और यूक्रेन युद्ध के समय आया है क्योकि यूक्रेन नाटो का सदस्यता ग्रहण करना चाहता था जबकि रूस ऐसा नही चाहता है जिसके परिणाम स्वरूप इस युद्ध का आरम्भ हुआ 

सबसे पहले तो आपको नाटो के बारे में जानना जरुरी है यदि आप सभी को इसके बारे में ज्यादा जानकारी नही है तो इस पोस्ट को अंत तक पढ़े इसमें आपको NATO से जुडी सभी तरह की जानकारी प्रदान की गई है चलिए विस्तार से जानते है नाटो (NATO) क्या है? NATO का फुल फॉर्म क्या है और इसमें कौन कौन से सदस्य देश जुड़े हुए है 

नाटो क्या है.

NATO क्या है


NATO यूरोपियन देशो का एक सैन्य गठबंधन है जिसके गठन का उद्देश्य इस गठबंधन के अंतर्गत आने वाले देशो को बाहरी हमले के समय सदस्य देशो के द्वारा सुरक्षा और सैन्य बल आदि प्रदान करना था इस गठबंधन के अंतर्गत कूल 30 देश और उसकी सेना आती है इसके अंतर्गत आने वाले देशो की सेना को खास तरह की ट्रेनिंग प्रदान की जाती है

NATO का स्थापना 4 अप्रैल सन 1949 को किया गया था जिसका मुख्यालय ब्रुसेल्स (बेल्जियम) में स्थित है NATO को अटलांटिक अलायंस के नाम से भी जाना जाता है। इसके स्थापना का एक कारण सोवियत संघ को पश्चिम यूरोप में विस्तार करने और वहां के लोगो को युद्ध की स्थिति में मानसिक और अन्य सहायता प्रदान करना था

नाटो का फुल फॉर्म क्या है.

नाटो का फुल फॉर्म North Atlantic Treaty Organization (नॉर्थ ऍटलाण्टिक ट्रीटी ऑर्गनाइज़ेशन) है जिसे उत्तरी अटलाण्टिक सन्धि संगठन के रूप में जाना जाता है जिसके अंतर्गत कूल 30 देश शामिल है जिसमे सबसे पहले संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, बेल्जियम, कनाडा, डेनमार्क, फ्रांस, लक्जमबर्ग, नीदरलैंड, नॉर्वे, आइसलैंड, इटली और पुर्तगाल इसके 12 संस्थापक सदस्य थे

नाटो का इतिहास.

द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद यूरोप का हाल एक दम से बेहाल हो गया था युद्ध की बाद सोवियत संघ ने पश्चिम यूरोप से अपनी सेना को हटाने से मना कर दिया था जिसे देखते हुए अमेरिका ने इसका लाभ उठाया और सोवियत संघ के खिलाफ नारेबाजी किया और अन्य देशो को इसके खतरे से अवगत कराया जिसके परिणाम स्वरूप अन्य देशो ने अमेरिका के बात को मान लिया और संघठन को तैयार हो गए जो उनकी सुरक्षा भविष्य में किसी खतरा के समय कर सके

अमेरिका का यह रूख सोवियत संघ को पसंद नही जिसके बाद में दोनों सामने आये और विश्व युद्ध के बाद एक महाशक्ति के रूप में उभरे जिसे देखते हुए यूरोप में दोबारा से युद्ध का संकेत आना लगा था इसी खतरा को भापते हुए बूसेल्स की संधि किया गया जिसके अंतर्गत फ्रांस, ब्रिटेन, लक्जमबर्ग, बेल्जियम, नीदरलैंड देश शामिल हुए 

बूसेल्स की संधि में इन देशो के द्वारा यह तय किया गया की यदि किसी भी देश पर आक्रमण हुआ तो अन्य देश उसे सभी प्रकार के सहायता जैसे- सैन्य बल, आर्थिक बल आदि प्रदान करेंगे

वही दूसरी ओर अमेरिका अपने आप को सबसे शक्तिशाली साबित करने में लगा हुआ था और यह शाबित करने के लिए उसने सोवियत संघ पर चारो ओर से शिकंजा कसने की तैयारी में था जिसे ध्यान में रख कर उसने अन्य देशो के साथ सोवियत संघ के प्रभाव को ख़त्म करने की बात को कहा और सबने मिलकर सन 1949 में एक सामूहिक सुरक्षा प्रणाली बनाया जिसका नाम NATO रखा गया इसके अंतर्गत किसी भी एक देश पर आक्रमण हुआ तो अन्य देश उसे सभी प्रकार के सहायता प्रदान करेंगे

शुरूआती समय में NATO एक बस संगठन ही था इसमें अन्य कुछ नही था परन्तु कोरियाई युद्ध इसके बदलाव का एक मुख्य कारण था इस युद्ध के बाद में लॉर्ड इश्मे को नाटो का पहला महासचिव बनाया गया था

नाटो की स्थापना क्यों की गई.

नाटो की स्थापना का मुख्य कारण सोवियत संघ के विस्तारवाद निति को जाता है विश्व युद्ध के बाद यूरोप की स्थिति काफी नाजुक थी वहां के नागरिक का जीवन काफी प्रभावित हुआ था और इसका फायदा सोवियत संघ उठाना चाहता था और वह तुर्की में साम्यवाद को स्थापित करना चाहता था जिससे वह अन्य देशो के बिज़नस को अपने अनुसार चला सके 

सोवियत संघ की मनसा तुर्की के अलावा ग्रीस को भी अपने अन्दर देना था जिससे वह भूमध्य सागरीय रास्तो से होने वाले व्यापार को प्रभावित कर सके जिसके इस चाल को अमेरिका समझ चूका था साथ ही उसे अपने प्रभुता को भी विश्व के सामने प्रस्तूत करना था 

जिसके बाद में अमेरिकी राष्ट्रपति हैरी एस ट्रूमैन ने सोवियत संघ के विस्तार को रोकने के लिए एक प्रस्ताव पास किया था इसके अनुसार यूरोप के देशो को मदद करना और उसके विस्तार को रोकना था जिसे ट्रूमैन सिद्धांत कहा जाता है

हैरी एस ट्रूमैन का सीधे तौर पर मानना था की वही देश इसमें शामिल होंगे जो लोकतंत्र को बचाना चाहते है साथ में इसमें जितने भी देश शामिल होंगे सभी के सुरक्षा का खास ध्यान रखा जायेगा और युद्ध के स्थिति में सभी एक दुसरे का साथ देंगे इसके बाद में ग्रीस और तुर्की को करीब 400 मिलियन डॉलर की मदद प्रदान की गई थी साथ में उसे नाटो का मेम्बर भी बनाया गया था

नाटो में कौन कौन से देश शामिल है.

सन 1949 में नाटो के गठन के समय इसके कूल 12 सदस्य देश थे जिनके नाम कुछ इस प्रकार है संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, बेल्जियम, कनाडा, डेनमार्क, फ्रांस, लक्जमबर्ग, नीदरलैंड, नॉर्वे, आइसलैंड, इटली और पुर्तगाल

NATO में शामिल कूल 30 देशो के नाम -

संयुक्त राज्य अमेरिका

यूनाइटेड किंगडम

स्लोवाकिया

स्लोवेनिया

तुर्की

स्पेन

उतरी मैसेडोनिया

पुर्तगाल

नॉर्वे

पोलैंड

रोमानिया

बुल्गारिया

क्रोएशिया

चेक प्रतिनिधि

डेनमार्क

एस्टोनिया

फ्रांस

अल्बानिया

आइसलैंड

नीदरलैंड

लक्जमबर्ग

लिथुआनिया

जर्मनी

ग्रीस

आइसलैंड

इटली

बेल्जियम

कनाडा

मोंटेनेग्रो

लातविया


FAQs 

नाटो में कितने देश हैं?

नाटो में कूल 30 देश शामिल है

नाटो में कौन कौन से देश शामिल है?

संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, स्लोवाकिया, स्लोवेनिया, तुर्की, स्पेन, उतरी मैसेडोनिया, पुर्तगाल, नॉर्वे, पोलैंड, रोमानिया, बुल्गारिया, क्रोएशिया, चेक प्रतिनिधि, डेनमार्क,  एस्टोनिया, फ्रांस, अल्बानिया, आइसलैंड, नीदरलैंड, लक्जमबर्ग, लिथुआनिया, जर्मनी, ग्रीस, आइसलैंड, इटली, बेल्जियम, कनाडा, मोंटेनेग्रो, लातविया नाटो में शामिल देश है

क्या नाटो में कोई भी देश शामिल हो सकता है?

हाँ, नाटो में कोई भी देश शामिल हो सकता है

नाटो का पूरा नाम क्या है?

नाटो का पूरा नाम North Atlantic Treaty Organization है

नाटो की स्थापना कब हुई थी?

4 अप्रैल 1949 

निष्कर्ष

दोस्तों आज के इस आर्टिकल में आप सब को नाटो के बारे में विस्तार से बताया गया और आप सब ने नाटो क्या है? इसका स्थापना क्यों किया गया था - नाटो में कौन कौन से देश शामिल है तथा इतिहास आदि के बारे में भी विस्तार से जाना है 

मुझे उम्मीद है की आपको यह पोस्ट पसंद आया होगा और आशा करता हूँ इस पोस्ट को पड़ने के बाद आपको नाटो से जुड़े सभी प्रश्नों के उत्तर मिल गया होगा। यदि आपको यह पोस्ट पसंद आया हो तो इसे शेयर करे और कुछ त्रुटि रह गया हो तो कमेंट करके जरुर बताए।

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