स्विफ्ट सैंक्शन (SWIFT Sanction) क्या है - रूस पर प्रतिबंध, Full Form.

स्विफ्ट सैंक्शन (SWIFT Sanction) क्या है - रूस पर प्रतिबंध, Full Form.

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दोस्तों जैसा की आप सभी को रूस और यूक्रेन विवाद के बारे में पता ही होगा, यदि आपको इसके बारे में ज्यादा जानकारी नही है तो इस पोस्ट के अंत में आपको इसका लिंक दे दिया जायेगा जिसे आप पढ़ सकते है। 

दरअसल यह विवाद बढ़ते-बढ़ते बहुत ही उग्र रूप ले लिया है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की सभी देशो की सरकार अपने नागरिक जल्द से जल्द यूक्रेन छोड़ने की बात कह डाली है। दोनों देशो के बिच यह युद्ध थमने का नाम ही नही ले रहा है और इस युद्ध में अबतक यूक्रेन को भारी क्षति का सामना करना पड़ा है। साथ ही साथ यूक्रेन संकटों का सामना कर रहा है उनके नागरिक भी इस युद्ध में सुरक्षित नही है जो किसी भी देश के लिए बहुत ही दुःख की बात है। 

वहां के लोगो का कहना है की उनका जीवन दहसत में है लगातार रूस की तरफ से गोला बारी किया जा रहा है उनके तरफ से कई घातक बम गिराए जा रहे है जो लोगो का जान ले रही है। जिसके बाद अन्य देशो का कहना है की रूस युद्ध को बंद कर दे परन्तु रूस ने उनके बातो को नही मानते हुए युद्ध को जारी रखा है। जिसके बाद अमेरिका और कई देशो ने रूस पर कई तरह के प्रतिबन्ध लगाया है इसके अलावा उन देशो से यूक्रेन ने रूस पर स्विफ्ट प्रतिबन्ध लगाने की मांग किया है। और आज के इस पोस्ट में आप सभी को स्विफ्ट सैंक्शन क्या है इसी के बारे में विस्तार से बताया गया है।

SWIFT क्या है.

SWIFT Sanction


swift विश्वस्तर पर एक विश्वसनीय मैसेजिंग सर्विस है जो ग्लोबली 200 से अधिक देशो के 10000 से अधिक वितीय संस्थानों को सुरक्षित धन की लेनदेन के बारे में जानकारी का आदान-प्रदान करने योग्य बनाता है। 

स्विफ्ट की स्थापना सन 1973 में किया गया था जिसका मुख्यालय  बेल्जियम में है swift के चलते किसी भी देश को कारोबार में बहुत मदद मिलता है। स्विफ्ट बेल्जियम के अलावा संयुक्त राज्य अमेरिका, फ्राँस, जर्मनी, स्विट्ज़रलैंड, यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, नीदरलैंड, स्वीडन, इटली और जापान के केंद्रीय बैंकों की देखरेख करता है।   

SWIFT का फुल फॉर्म क्या है.

SWIFT का फुल फॉर्म Society for Worldwide Interbank Financial Telecommunication (सोसाइटी फॉर वर्ल्डवाइड इंटरबैंक फाइनेंशियल टेलीकम्युनिकेशन) होता है। जो मैसेजिंग नेटवर्क के वैश्विक भुगतान प्रणाली का एक कॉम्पोनेन्ट है यह एक  टेलीकम्यूनिकेशन इंडस्ट्री की तरह कार्य करता है। 

SWIFT sanction क्या है.

swift sanction किसी भी देश पर हमले या कूटनीतिक राजनीति अपनाने के स्थिति में लगाया जाता है। यह उस देश पर उस समय लगाया जाता है जब हमलावर देश अंतरराष्ट्रीय कानून का उलंघन करता है। इस परिस्थिति में उस देश के ऊपर स्विफ्ट सैंक्शन को लगाया जाता है इसका उसके अर्थव्यवस्था पर बहुत ही बुरा असर देखने को मिलता है। 

swift sanction इस लिए लगाया जाता है जिससे हमलावर देश ज्यादा उग्र नही हो और वह हमला करना बंद कर दे साथ ही उसे अंतरराष्ट्रीय कानून तोड़ने का सजा भी मिल सके जिससे वह भविष्य में ऐसी कोई और गलती नही करे।

रूस पर इसका प्रभाव.

यूक्रेन पर हमले के बाद बहुत से देश ने रूस पर swift प्रतिबन्ध का मांग किया है जिसमे G7 के देश भी शामिल है ऐसा करने पर रूस को विदेश में व्यापार करने में बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। साथ में उसके बैंको के लिए अन्य जगह पर व्यापार करने में बहुत अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। 

रूस प्राकृतिक संसाधनों का बहुत बड़ा निर्यातकों में से एक है यह swift सिस्टम का इस्तेमाल तेल और गैस के निर्यात के लिए करता है जो इसके अर्थव्यवस्था में बहुत बड़ा रोल अदा करता है। साथ में इसके बाद यह होगा की रूस के केंद्रीय बैंक के सम्पति को फ्रिज कर दिया जायेगा जिससे वह अपने मुद्रा का उपयोग किसी भी तरह के युद्ध में नही कर सकता है।

रूस पर इसका कितना अधिक प्रभाव पड़ेगा इसका आप अंदाजा इस बात से लगा सकते है। इससे पहले जब यह पहली बार ईरान पर लगाया गया था तो उस समय उसके विदेश में होने वाले व्यापार का एक तिहाई नुकसान हुआ था।

रूस के पास स्विफ्ट का विकल्प.

रूस swift के अन्य विकल्प के ऊपर काम कर रहा है जिससे उसके ऊपर यह सैंक्शन लगने के बाद ज्यादा नुकसान का सामना नही करना पड़े। 

रूस ने swift के विकल्प के रूप में SPFS (सिस्टम फॉर ट्रांसफर ऑफ फाइनेंसियल मेसेजेज़) के ऊपर काम कर रहा है। साथ में रूस चीन के साथ CIPS ( क्रॉस-बॉर्डर इंटर-बैंक पेमेंट सिस्टम) के ऊपर भी काम कर रहा है।

स्विफ्ट सिस्टम हिस्ट्री.

swift सिस्टम पर प्रतिबन्ध की बात पहली बार नही किया जा रहा है इससे पहले swift सिस्टम पर प्रतिबन्ध सर्वप्रथम ईरान के ऊपर जनवरी 2012 में लगाया गया था। 

ईरान बहुत ही अधिक मात्रा में तेल की बिक्री करता था जिसके बाद उसके तेल की बिक्री में भारी गिरावट देखने को मिला था और उस समय उसके विदेश में होने वाले व्यापार का एक तिहाई नुकसान हुआ था। 

निष्कर्ष 

दोस्तों आज के इस आर्टिकल में आप सब को स्विफ्ट सैंक्शन के बारे में विस्तार से बताया गया और आप सब ने स्विफ्ट सैंक्शन क्या है? यह क्यों लगाया जाता है आदि चीजो के बारे में भी विस्तार से जाना है 

मुझे उम्मीद है की आपको यह पोस्ट पसंद आया होगा और आशा करता हूँ इस पोस्ट को पड़ने के बाद आपको स्विफ्ट सैंक्शन से जुड़े सभी प्रश्नों के उत्तर मिल गया होगा। यदि आपको यह पोस्ट पसंद आया हो तो इसे शेयर करे और कुछ त्रुटि रह गया हो तो कमेंट करके जरुर बताए।

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