आज के समय छोटे से छोटे बच्चे को भी कम्प्यूटर के बारे मे पता होता है और यह स्कूल, कॉलेज, ऑफिस सभी जगह पर मौजूद होता हैं। परंतु आप ने इस बात को गौर जरूर किया होगा की सभी कम्प्यूटर समान रूप से कार्य नहीं करते है कुछ का काम करने की गति तेज होता है तो कुछ का slow होता है।
इसके अलावा कंप्युटर का आकार, उसका application कई चीजे एक दूसरों से अलग होता है और इसी के आधार पर उसे अलग अलग श्रेणियों मे बाँटा जाता है जिसके बारे मे आप सभी को इस पोस्ट मे बताया गया है। यदि आप कंप्यूटर के बारे में और भी जानना चाहते है तो कंप्यूटर क्या है इस पोस्ट को भी पढ़े। आज के इस पोस्ट में आप सभी को कम्प्यूटर के प्रकार के बारे मे विस्तार से बताया गया है यदि आप कम्प्यूटर के प्रकार के बारे मे अच्छे से जानना चाहते है तो इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढे।
कम्प्यूटर के प्रकार - Types of Computer in Hindi
कम्प्यूटर के कई प्रकार होते है परंतु उसके कार्य आधार पर तीन प्रकार से विभाजित किया जाता है जिसके बारे मे निम्नलिखित मे बताया गया है-
- कार्यप्रणाली के आधार पर
- उद्देश्य के आधार पर
- आकार के आधार पर
- Analog Computer
- Digital Computer
- Hybrid Computer
- General Purpose Computer
- Special Purpose Computer
- Micro Computer
- Mini Computer
- Mainframe Computer
- Supercomputer
कार्यप्रणाली के आधार पर कम्प्यूटर के प्रकार
Analog Computer:-
Analog computer उस तरह के कम्प्यूटर को कहा जाता है जिसका इस्तेमाल भौतिक मात्रा जैसे- दाब, तापमान, लम्बाई, गति, वोल्टेज, ऊँचाई आदि को दर्शाने के लिए किया जाता है यह आँकड़े लगातार बदल रहे होते है।
जैसे- थर्मामीटर एक इसी कम्प्यूटर का उदाहरण है।
Analog computer मे डाटा को स्टोर नहीं किया जा सकता है इसमे रिजल्ट को एक ग्राफ के फॉर्म मे शो किया जाता है। साथ ही साथ इस तरह के कम्प्यूटर का गति काफी तेज होता है जिसके चलते इसका इस्तेमाल शिक्षा और विज्ञान के क्षेत्र मे किया जाता है।
कंप्यूटर क्या है कंप्यूटर की बेसिक जानकारी
Digital computer:-
Digital computer उस तरह के कम्प्यूटर को कहा जाता है जो इनफार्मेशन को अंक के रूप मे प्रोसेस और प्रदर्शित करता है उसे Digital computer कहा जाता है।
जैसा की हम सभी जानते है डिजिट का अर्थ ही अंक होता है और यह अंकों का गणना करना करता है। Digital computer इनफार्मेशन को दिखाने के लिए बाइनरी (0,1) का इस्तेमाल करता है।
इस तरह के कम्प्यूटर का इस्तेमाल गणीतिय कार्य जैसे- व्यापार का लेनदेन, घर का बजट आदि का हिसाब के लिए किया जाता है यह Analog computer के तुलना मे स्लो होता है।
Hybrid Computer:-
एक हाइब्रिड कम्प्यूटर मे Analog computer और Digital computer दोनों का विशेषताएं शामिल होता है इसलिए यह दोनों computer की तुलना मे ज्यादा बेहतर और accurate होता है साथ मे यह दोनों से तेज काम करता है।
हाइब्रिड कम्प्यूटर मे भौतिक और अंकगणितये कार्य आसानी से सम्पन्न होता है पेट्रोल पम्प मशीन और speedometer इसका उदाहरण है।
उद्देश्य के आधार पर कम्प्यूटर के प्रकार
General Purpose Computer:-
General Purpose Computer का इस्तेमाल वर्तमान समय मे सबसे अधिक किया जाता है इसके नाम से ही पता चलता है की इसका इस्तेमाल जनरल पर्पस जैसे- डॉक्यूमेंट बनाना, उसे रीड/राइट करना, डॉक्यूमेंट प्रिन्ट करना आदि के लिए होता है।
इसके अलावा general Purpose Computer अन्य सॉफ्टवेयर की मदद से बहुत टास्क कम्प्लीट किया जा सकता है। इसके इस्तेमाल से किसी भी कॉलेज, स्कूल की सिक्युरिटी सिस्टम को संभाला जा सकता है साथ ही घर और कार्यालय की बजट भी तैयार किया जा सकता है।
Special Purpose Computer:-
Special Purpose Computer का इस्तेमाल विशेष कार्य करने के लिए बनाया जाता है इसका निर्माण किसी खास काम लिए ही किया जाता है जिससे यह सिर्फ उसी काम को perform करता है जिसके लिए इसे बनाया गया है।
यह कंप्युटर General Purpose Computer से अधिक तेज होता है इसके CPU की क्षमता उसके कार्य के अनुसार होता है इसका इस्तेमाल मौसम की भविष्यवाणी, परिवहन नियत्रंण आदि कार्यों के लिए किया जाता है।
आकार के आधार पर कम्प्यूटर के प्रकार
Micro Computer:-
माइक्रो कम्प्यूटर का इस्तेमाल आज के समय काफी किया जा रहा है इसे पर्सनल कंप्युटर भी कहा जाता है इसका साइज़ काफी छोटा है जिसके चलते इसे माइक्रो कम्प्यूटर कहा जाता है। साथ मे इसमे माइक्रोप्रोसेसर का इस्तेमाल किया जा रहा है जिसके चलते भी इसे माइक्रो कंप्युटर कहा जाता है।
माइक्रो कम्प्यूटर अन्य कम्प्यूटर के तुलना मे हल्का और सस्ता भी होता है इसका इस्तेमाल शिक्षा, घर, कार्यालय आदि जगहों पर किया जाता है। notebook, laptop आदि इसी प्रकार के कंप्युटर का उदाहरण है।
Mini Computer:-
mini computer की गति माइक्रो कम्प्यूटर से अधिक होता है यह single user के लिए नहीं बनाया जाता है इसके चलते यह छोटे व्यवसाय और किसी कंपनी के द्वारा विशेष कार्य के लिए किया जाता है।
इस तरह के कम्प्यूटर को कई यूजर के लिए बनाया जाता है जो एक साथ काम कर सके परंतु इसका प्राइस अधिक होता है और इसमे एक से अधिक CPU भी हो सकते है।
Mainframe Computer:-
एक mainframe computer ऊपर बताए गए सभी computer के तुलना मे सबसे अधिक तेज और क्षमता वाला होता है इसका इस्तेमाल बड़ी बड़ी कंपनी, गवर्नमेंट ऑफिस आदि जगहों पर डाटा को स्टोर करने के लिए किया जाता है इस तरह के computer का साइज़ काफी बड़ा होता है।
Super Computer:-
Super Computer के नाम से ही पता चलता है यह computer सबसे तेज और सबसे अधिक क्षमता वाला होता है यह मानव द्वारा निर्मित सबसे अच्छा और शक्तिशाली computer है।
इस तरह के कंप्युटर का आकार बहुत बड़ा होता है और इसका कीमत भी काफी अधिक होता है इसका इस्तेमाल ज्यादातर शोध, तकनीकी खोज जैसे कार्यों के लिए किया जाता है।
भारत के द्वारा निर्मित किया गया पहला Super Computer PARAM-8000 था जिसे भारत की एक संस्था के द्वारा सन 1991 मे विकसित किया गया था।
निष्कर्ष
दोस्तों आज के इस आर्टिकल में आप सब को कम्प्यूटर के प्रकार के बारे में विस्तार से बताया गया और आप सब ने कम्प्यूटर के प्रकार के बारे मे और उनसे जुड़ी अन्य जानकारी के बारे में भी जाना।
मुझे उम्मीद है की आपको उनसे जुड़ा यह पोस्ट आपको पसंद आया होगा। आपको यह पोस्ट पसंद आया हो तो इसे शेयर करे और कुछ त्रुटि रह गया हो तो कमेंट करके जरुर बताए।
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