दोस्तों आज के इस आर्टिकल में आप सब UPS क्या है और UPS का फुल फॉर्म क्या होता है इसके बारे में जानने वाले है क्योकि यह कंप्यूटर और टेक्नोलॉजी में इंटरेस्ट रखने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए जानना बेहद जरुरी है।
UPS का इस्तेमाल पॉवर कट की स्थिति से निपटने के लिए किया जाता है जैसा की हम सभी देखते है गर्मी के मौसम में पॉवर कट की समस्या अधिक होती है और ऐसे electrical appliances को पॉवर की जरुरत होता है परन्तु यदि पॉवर चला भी जाये तो उससे ज्यादा प्रॉब्लम नही होता है।
परन्तु कंप्यूटर के लिए यह बहुत ही जरुरी हो जाता है क्योकि electricity के बारे में कुछ नही कहा जा सकता है की कब कट हो जाये। ऐसे में कंप्यूटर के ऑफ होते ही सभी इम्पोर्टेन्ट डाटा के नष्ट होने का खतरा रहता है। परन्तु यही काम UPS के उपस्थिति में नही होता है क्योकि यह continuously पॉवर सप्लाई करते रहता है जिससे यूजर को कुछ समय मिल जाता है जिससे वह अपने सिस्टम को सही ढंग से बंद कर सकता है।
UPS को इन्वेर्टर भी कहा जाता है जिसका उपयोग बैटरी बैकअप के लिए किया जाता है साथ में surge प्रोटेक्शन के लिए भी किया जाता है तो चलिए विस्तार से जानते है UPS क्या है? UPS का फुल फॉर्म क्या होता है।
UPS क्या है.
UPS एक हार्डवेयर इलेक्ट्रिकल उपकरण है जो पॉवर कट के स्थिति में अन्य डिवाइस को आपातकालीन उर्जा प्रदान करता है जिससे उससे जुड़े डिवाइस कुछ समय तक काम कर सके मुख्यतः UPS का इस्तेमाल कंप्यूटर के लिए किया जाता है क्योकि कंप्यूटर को continuously पॉवर सप्लाई की जरुरत पड़ता है और कंप्यूटर के इस जरुरत को UPS पूरा करता है।
UPS लोड को continue पॉवर सप्लाई करता है जिससे इसका फायदा main पॉवर सप्लाई के कट के समय होता है क्योकि उस समय इससे जुड़े डिवाइस में किसी प्रकार का कोई issue उत्पन्न नही होता है।
UPS के पॉवर का मुख्य श्रोत बैटरी होता है और UPS कितने समय तक पॉवर सप्लाई करेगा यह बैटरी के type और उसके क्वांटिटी पर निर्भर करता है। सामान्यत एक बैटरी किसी कंप्यूटर को 30-60 मिनट तक लगातार पॉवर दे सकता है जिससे यूजर के पास काफी समय होता है की वह अपने जरुरी काम कर सके।
UPS का फुल फॉर्म क्या होता है.
UPS का फुल फॉर्म Uninterruptible Power Supply होता है जो आमतौर पर कंप्यूटर, डाटा सेंटर आदि को होने वाले अप्रत्यासित हानि से बचाता है। दुनिया का सबसे बड़ा यूपीएस फेयरबैंक्स अल्सका में है जिसका बैटरी 46-मेगावाट का है जो आउटेज के द्वारा पुरे शहर को बिजली प्रदान करता है।
(Full Form of UPS - Uninterruptible Power Supply)
UPS के महत्वपूर्ण पार्ट.
UPS के महत्वपूर्ण पार्ट्स के बारे में निम्नलिखित में बताया गया है-
- Battery
- Rectifier
- Switch
- Inverter
Battery:-
किसी भी UPS का सबसे मेन पार्ट बैटरी ही होता है क्योकि बैटरी ही एनर्जी को स्टोर करता है जो भविष्य में किसी आपातकालीन समय में एनर्जी प्रोवाइड करता है।
Rectifier:-
rectifier का इस्तेमाल AC करंट को DC करंट में बदलने के लिए किया जाता है जिसका मुख्य कार्य बैटरी को चार्ज करना है।
Switch:-
स्विच का भी UPS में महत्वपूर्ण भूमिका होता है किसी भी प्रकार के सिस्टम फेलियर या सर्किट प्रॉब्लम के समय स्विच सर्किट को बंद कर देता है।
Inverter:-
इन्वर्टर का कार्य rectifier के ठीक उल्टा होता है क्योकि यह डायरेक्ट करंट को alternative करंट में बदल देता है जिसके बाद DC बस सभी करंट सप्लाई करता है।
UPS के प्रकार.
UPS के मुख्यतः तीन प्रकार होते है जिसके बारे में विस्तार से निचे में बताया गया है -
- Standby UPS
- Line Interactive UPS
- Online UPS
Standby UPS:-
Standby UPS का इस्तेमाल ज्यादातर पर्सनल कंप्यूटर के लिए किया जाता है यह यूपीएस का सबसे कॉमन UPS होता है जिसमे main रूप से एक बैटरी, स्विच और इन्वर्टर शामिल होता है जिसका उपयोग प्राइमरी वोल्टेज source के fail होने की स्थिति में किया जाता है।
Line Interactive UPS:-
Line Interactive UPS का इस्तेमाल छोटे व्यवसायों, किसी डिपार्टमेंट सर्वर के लिए किया जाता है जिसका डिजाईन स्टैंडबाई UPS की तरह ही होता है। Line Interactive UPS में एक आटोमेटिक वोल्टेज रेगुलेटर लगा होता है जो I/P वोल्टेज के हाई-लो की स्थिति में उसे रेगुलेट करता है।
लाइन इंटरैक्टिव UPS को बनाने में खर्च भी कम आता है साथ में इसका साइज़ भी छोटा होता है जिसके चलते यह एक अच्छा UPS माना जाता है।
Online UPS:-
ऑनलाइन यूपीएस को डबल कन्वर्शन uninterruptible power supply कहा जाता है इसका ज्यादातर इस्तेमाल आईटी इंडस्ट्री में किया जाता है। क्योकि वहां बहुत से फ़ायरवॉल डिवाइस, सर्वर, डोमेन कंट्रोलर लगे होते है जिसके लिए हर समय पॉवर सप्लाई की जरुरत पड़ता है क्योकि इसके 1 मिनट के देरी के चलते कंपनी को काफी नुकसान होता है।
ऑनलाइन यूपीएस दो तरह के होते है एक तो जिसमे बैटरी को यूपीएस के अन्दर रखा जाता है जिसमे 7-Ampere के 2-5 बैटरी लगा होता है।
वही दुसरे प्रकार के यूपीएस में बैटरी को बाहर रखा जाता है जिससे जरुरत पड़ने पर बैटरी की संख्या बढ़ाया जा सकता है इसमें 18 Ampere से लेकर 42 Ampere तक के बैटरी का इस्तेमाल किया जाता है।
UPS के लाभ.
- यूपीएस कंप्यूटर को करंट fluctuation से बचाता है जिससे किसी भी प्रकार का नेगेटिव इम्पैक्ट कंप्यूटर पर नही पड़ता है।
- यूपीएस लगातार पॉवर सप्लाई करता है जिससे यह कंप्यूटर को पॉवर कट के स्थिति में लगातार पॉवर सप्लाई करते रहता है।
- इसका इस्तेमाल इमरजेंसी के समय भी किया जाता है जैसे जब घर की बिजले अचानक चला जाता है तो उस समय भी यह बिजली प्रदान करता है।
- यह कंप्यूटर में जाने वाले पॉवर को कण्ट्रोल करता है।
- कभी कभी अचानक पॉवर जाने की स्थिति में कंप्यूटर से इम्पोर्टेन्ट डाटा का loss हो जाता है परन्तु यूपीएस के चलते ऐसा नही होता है क्योकि वह लगातार पॉवर सप्लाई करते रहता है।
निष्कर्ष
दोस्तों आज के इस आर्टिकल में आप सब को UPS के बारे में विस्तार से बताया गया और आप सब ने UPS क्या है? - UPS के प्रकार और उसके महत्वपूर्ण parts तथा उससे जुड़ी अन्य जानकारी के बारे में भी जाना।
मुझे उम्मीद है की आपको यह पोस्ट पसंद आया होगा और आशा करता हूँ इस पोस्ट को पड़ने के बाद आपको UPS से जुड़े सभी प्रश्नों के उत्तर मिल गया होगा। यदि आपको यह पोस्ट पसंद आया हो तो इसे शेयर करे और कुछ त्रुटि रह गया हो तो कमेंट करके जरुर बताए।