Hyperloop Technology क्या है? Hyperloop Transportation technology in Hindi.

Hyperloop Technology क्या है? Hyperloop Transportation technology in Hindi.

बात अगर बढ़ते टेक्नोलॉजी और मानव सोच का करे तो हाइपरलूप उसका एक बहुत ही अच्छा उदाहरण होगा आज से कई वर्ष पहले मानव जाती अपने आवागमन के लिए बैलगाड़ी का उपयोग किया करता था इसके कुछ समय बाद उन्होंने मोटर गाड़ी का निर्माण किया जिससे पहले की तुलना में वे आसानी से यहा वहा आ जा सकते थे लेकिन क्रांति तो तब आई जब मानव ने अपने सोच को रेलगाड़ी और हवाई जहाज तक ले गया जिससे समय की बहुत ज्यादा बचत होने लगा और यात्रा अब  पहले की तुलना बहुत ही ज्यादा आरामदायक भी था अब लोग कुछ घंटो में यहा से वहा आ जा रहे थे जिससे कुछ घंटो का काम अब मिनटों में संभव हो पाया था

लेकिन क्या आपको पता है हाइपरलूप टेक्नोलॉजी के बारे में, यह उन सारे यातायात के साधनों से कही ऊपर है बात अगर इसके गति का करे तो यह बुलेट ट्रेन और हवाई जहाज से भी ज्यादा तेज है और यह एक ग्राउंड पर चलने वाला ट्रांसपोर्ट है तो चलिए जानते है Hyperloop Technology से जुड़े सारे जानकारी के बारे में

हाइपरलूप क्या है. ( WHAT IS HYPERLOOP )

हाइपरलूप ग्राउंड ट्रांसपोर्ट का रूप है जिसमे लोग एक वैक्यूम ट्यूब के अंदर 700 मील/घंटा यानि 1220 किमी/घंटा की गति से यात्रा कर सकते है। हाइपरलूप में मुख्यतः पैसेंजर को ले जाने वाला पॉड यानि ट्यूब से घर्षण को कम करने के लिए अधिंकाश हवा को पॉड से बाहर निकल दिया जाता है और घर्षण के कम होने के कारन यह पॉड तीव्र गति से यात्रा कर पाता है

पॉड जिस ट्यूब के अन्दर चलता है उसे लूप कहा जाता है और इसका गति बहुत ही तेज होता है जिसके कारन इसका नाम हाइपरलूप दिया गया। इसके आने से ट्रैफिक जाम जैसी समस्या को भी  सुलझाया जा सकता है 

हाइपरलूप का खोज किसने किया.

हाइपरलूप विज्ञान के क्षेत्र का कोई नई खोज नही है क्योकि यह बहुत साल पहले ब्रिटिश वैज्ञानिक के द्वारा खोज किया गया था लेकिन उसके बाद इस तकनीक के ऊपर किसी ने ज्यादा जोर नही दिया जिसके कारन यह तकनीक लोगो के सामने स्पस्ट रूप से सामने नही आ पाया

लेकिन सन 2013 में जब टेस्ला मोटर और SPACE X के सीईओ एलोन मस्क ने सबके सामने आकर इसके बारे में बताया और इसका आईडिया एवं डिजाईन सबके सामने पेश किया तो इसे काफी सराहना भी मिला

हाइपरलूप को बनाने में दुनिया की बहुत ही अच्छी अच्छी कम्पनीज शामिल है जिससे यह लोगो के लिए जल्द ही उपलब्द हो सके। एलोन मस्क ने इसके बारे में यह भी बताया की यह और सब ट्रांसपोर्ट की तुलना में ज्यादा सेफ और सुरक्षित है। उन्होंने यह भी बताया की हाइपरलूप के कारन पर्यावरण को बहुत ही कम नुकसान होगा

हाइपरलूप टेक्नोलॉजी कैसे काम करता है.

हाइपरलूप टेक्नोलॉजी के वर्किंग प्रोसेस का बात करे तो इसके ट्यूब को खम्भों के ऊपर बिछाया जाता है जिसके अंदर पॉड मौजूद होता है जो 1220किमी/घंटा की रफ़्तार तक चल सकता है इसके ट्यूब में मौजूद 85 से 90 प्रतिशत हवा को पंप की सहायता से बाहर निकल दिया जाता है जिसके कारण घर्षण कम होता है और फिर इसके पॉड को ट्यूब के अन्दर तेजी से दौड़ाया जाता है

एलोन मस्क के मॉडल के अनुसार हाइपरलूप के ट्यूब के अंदर का हवा का दवाब मंगल ग्रह के दवाब के 1/6 भाग है 

ट्यूब और पॉड इसके दो महत्वपूर्ण अंग है ट्यूब वाले भाग में ही हाइपरलूप के पटरी को लगाया जाता है जो पूर्ण रूप से मैगनेट का बना होता है वही दूसरी और पॉड का निचला हिस्सा भी मैगनेट का बना होता है जिससे ट्यूब और पॉड आपस में दुरी बनाये रहते है और पॉड, ट्यूब के अन्दर हवा में तैरता रहता है

वही बात अगर पॉड का करे तो इसमें लोगो को बैठने के लिए सीट इसके झमता के अनुसार बनाया जाता है जिसमे करीब 28 लोगो को ले जाया जा सकता है जिसे बाद के प्रोजेक्ट में 40 करने का विचार है पॉड के दोनों सिरों यानि आगे और पीछे दो फैन लगाया जाता है जिससे इसे रोकने और स्पीड में मदद करता है। ट्यूब और पॉड दोनों में एक पोल का ही मैगनेट लगाया जाता है जिससे दोनों एक दुसरे को आपस में जुड़ने ना दे

hyperloop transportation technology

हाइपरलूप ट्रांसपोर्टेशन टेक्नोलॉजी.(HTT)

हाइपरलूप ट्रांसपोर्ट टेक्नोलॉजी(HTT) का स्थापना सन 2013 किया गया जिसे हाइपरलूपटीटी भी कहा जाता है। बात इसके मुख्यालय का करे तो वह लॉस एंजिल्स में है। इस कंपनी का माने तो इनका कहना है की 28-40 यात्री वाला कैप्सूल 1220 किमी/घंटा से चल सकता है

HTT का कहना है की वे भारत देश के आँध्रप्रदेश में भी एक प्रोजेक्ट शुरू करेगा जिसमे वह एक जगह से दुसरे जगह की यात्रा जो 1 घंटा का है उसे 5 मिनट में पूरा किया जायेगा 

कंपनी का वर्तमान में फ़्रांस, अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात आदि जगह पे प्रोजेक्ट चल रहा है  

हाइपरलूप के फायदे.(Advantages of Hyperloop)

इस टेक्नोलॉजी के कुछ बेहतरीन फायदे है जो निम्नलिखित है-

  • यह अन्य यातायात के साधन के तुलना में सस्ता है
  • इसपर मौसम का कोई भी असर नही होगा
  • यह ट्रेन और हवाई जहाज से काफी तेज है
  • इसके कारन समय का काफी बचत भी होगा
  • इसमें उर्जा का खपत बहुत ही कम है
  • इसमें दुर्घटना की संभावना ना के बराबर है
  • इसमें पॉलुषण कम होने के कारण पर्यावरण को भी नुकसान बहुत कम है

हाइपरलूप टेक्नोलॉजी इन इंडिया.

भारत में अभी हाइपरलूप उपलब्ध नही है लेकिन विशेषज्ञ का माने तो यह टेक्नोलॉजी सन 2030 तक आम लोगो के लिए उपलब्द होगा। हाइपरलूप के एक इलेक्ट्रॉनिक स्पेशलिस्ट तनय मांजरेकर जो  भारत के रहने वाले है उनका कहना है की भारत में यह प्रोजेक्ट जल्द ही शुरू किया जायेगा

भारत में इस प्रोजेक्ट के लिए पुणे टू मुंबई रूट को चुना गया है जिसका काम Virgin Hyperloop के द्वारा पूरा किया जायेगा। इस रूट का कुल दुरी लगभग 140 किमी से अधिक है जो हाइपरलूप के द्वारा करीब 20 मिनट में पूरा किया जा सकता है

वर्जिन हाइपरलूप.

वर्जिन हाइपरलूप एक कंपनी है जो हाइपर लूप सिस्टम बनाती है जिसका नाम अब बदल कर वर्जिन हाइपर लूप ONE कर दिया गया है। वर्जिन हाइपरलूप का स्थापना सन 2014 में किया गया था जिसमे अब लगभग 250 से अधिक वर्कर काम करते है

वर्जिन हाइपरलूप के पास वर्तमान में भारत, सऊदी अरब, टेक्सास, उतरी कैरोलिना, मिडवेस्ट आदि जगह पे इसके प्रोजेक्ट चल रहे है। वर्जिन हाइपरलूप का भारत में और भी कई प्रोजेक्ट शुरू होने की संभावना है   

*HYPERLOOP TECHNOLOGY --NOW -- VIRGIN HYPERLOOP LOOP*  

हाइपरलूप के नुकसान.(Disadvantages of Hyperloop) 

जिस तरह सिक्के के दो पहलु होते है ठीक उसी प्रकार हाइपरलूप के भी दो साइड है एक फायदा तो दूसरा नुकसान, चलिए जानते है इसके नुकसान के बारे में-

  • इसके मैन्युफैक्चरिंग प्राइस बहुत ही अधिक होने वाला है
  • इसके प्रोजेक्ट के लिए भूमि सबसे बड़ी समस्या है
  • इसका गति तेज होना सबके लिए सामान नही है इसके अन्दर बैठने पर आप असहज महसूस कर सकते है
  • इसके अन्दर स्पेस कम होने की वजह से आप फ्रीली मूव नही कर सकते है
  • इसके स्टार्टिंग रूट के लिए पेड़ो को भी काटना पड़ सकता है जो पर्यावरण के लिए नुकसान है

निष्कर्ष

दोस्तों हाइपरलूप एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जो आने वाले समय में पुरे यातायात को बदल कर रख देगामुझे आशा है की आपको यह पोस्ट Hyperloop Technology क्या है? और इसके बारे में दी गयी सारी जानकारी जैसे- हाइपरलूप टेक्नोलॉजी कैसे काम करता है, हाइपरलूप ट्रांसपोर्ट टेक्नोलॉजी आदि आपको पसंद आया होगा और इससे जुड़े सवाल के जानकारी आपको मिल गया होगा। अतः कृप्या कर इस पोस्ट को शेयर करेऔर अपना सुझाव दे  


1 Comments

Previous Post Next Post